बैंक की ब्रांड एंडोर्सर, पीवी सिंधु और शेफाली वर्मा ने शीर्ष 3 विजेताओं को सम्मानित किया

भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों में से एक बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने आज #SaluteHerShakti कॉन्टेस्ट के चौथे संस्करण के विजेताओं के नाम घोषित किए । प्रत्येक वर्ष मार्च के महीने में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस कॉन्टेस्ट का आयोजन होता है, जिसके ज़रिये हमारे बीच की उन आम महिलाओं को सम्मानित किया जाता है एवं उनकी कामयाबी का जश्न मनाया जाता है, जिन्होंने तमाम सामाजिक चुनौतियों के बावजूद अपने क्षेत्र की बाधाओं को दूर करते हुए सफलता हासिल की है। वे सहनशीलता, साहस के साथ मजबूत इरादों को बयां करती है जो कि हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। आठ मार्च से 20 मार्च के दौरान जारी इस कॉन्टेस्ट की अवधि में बैंक को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर कई प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं। इन सभी में से वडोदरा में सर्विलिंक सिस्टम्स लिमिटेड की निदेशक, सुश्री मधु मोतियानी, नवी मुंबई में सनशाइन एजुकेशन सोसाइटी की प्रिंसिपल, सुश्री पारमिता मजूमदार तथा हेला ग्लोबल स्कूल, पुणे की एडूप्रेन्योर, सुश्री अनुष सलामपुरिया को विजेता घोषित किया गया।

तीनों विजेताओं को भारतीय खेल जगत की हस्तियों और बैंक की एंडोर्सर, सुश्री पीवी सिंधु तथा सुश्री शेफाली वर्मा के साथ बातचीत करने का विशेष अवसर प्राप्त हुआ।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा के #SaluteHerShakti कॉन्टेस्ट का यह चौथा वर्ष है। बैंक, ने इस कॉन्टेस्ट के माध्यम से सभी पुरुषों व महिलाओं को आम जनजीवन से जुड़ी उन महिलाओं के सफलता की कहानियों को प्रस्तुत करके प्रतिभागिता करने हेतु प्रोत्साहित किया है, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के सफ़र, संघर्ष और उपलब्धियों के ज़रिये उन्हें प्रेरित किया है एवं उनके जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।
इस अवसर पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक श्री लाल सिंह ने कहा कि, “बैंक ऑफ़ बड़ौदा का #SaluteHerShakti कॉन्टेस्ट एक ऐसा मंच है, जो अत्यंत ही साधारण महिलाओं की असाधारण कहानियों को साझा करने और उनसे सीखने का अवसर प्रदान करता है। यह कॉन्टेस्ट महिला सशक्तीकरण का समर्थन करने के साथ-साथ रूढ़िवादी परंपराओं को अस्वीकार करते हुए महिलाओं की उपलब्धियों को स्वीकार करती है एवं उनका सम्मान करती है। वास्तव में ये सभी महिलाएं सम्मान की हकदार हैं। वे कई अन्य लोगों को भी अपने सपनों, आशाओं एवं महत्वाकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में साहसपूर्वक पहला कदम बढ़ाने की प्रेरणा देती हैं।

सुश्री मधु मोतियानी, गुजरात के एक छोटे से शहर से संबंध रखती हैं, जिन्हें इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन की आयरन लेडी माना जाना जाता है। आपने एप्लीकेशन इंजीनियर की पढ़ाई की एवं आपने पुरुष प्रधान क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर मानदंडों को चुनौती दी। सुश्री मोतियानी सर्विलिंक सिस्टम्स लिमिटेड में निदेशक के पद पर कार्यरत हैं और कंपनी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

सुश्री पारमिता मजूमदार, बीते 18 सालों से ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों की सहायता करने के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है। आप ऑटिज्म से पीड़ित एक बच्चे की माँ होने के साथ-साथ, एक स्पेशल केयर वाले बच्चों के लिए योग्य शिक्षिका, परामर्शदाता और नवी मुंबई में सनशाइन एजुकेशन सोसाइटी की स्थापना के समय से ही इसकी प्रिंसिपल हैं। इस स्कूल कि शुरुआत का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को उचित स्कूली शिक्षा प्रदान करने का है, जो बच्चे मुख्यधारा के स्कूलों के अनुरूप ढलने में असमर्थ होते हैं । वर्ष 2018 में उन्होंने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक आश्रय स्थल की स्थापना की ताकि उनमें स्वतंत्र जीवन जीने की भावना को बढ़ावा मिल सके। एक रूढ़िवादी परिवार से आने वाली सुश्री अनुष सलामपुरिया ने एक एडुप्रेन्योर बनने के अपने सफ़र में बहुत अधिक साहस और दृढ़ निश्चय का प्रदर्शन किया। आज, वह सफलतापूर्वक 20-25 महिलाओं के एक समूह का मार्गदर्शन कर रही हैं और पुणे के हेला ग्लोबल स्कूल में विशेष रूप से तैयार किए गए प्री-स्कूल पाठ्यक्रम और गतिविधियों के साथ प्रत्येक वर्ष किंडरगार्डन में पढ़ने वाले 250 से अधिक बच्चों की देखभाल करती हैं।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा के ब्रांड एंडोर्सरर्स, पीवी सिंधु एवं शेफाली वर्मा और तीनों विजेताओं के बीच व्यावहारिक एवं मनोरंजक बातचीत की मेजबानी और संचालन बहुभाषी एंकर एवं अभिनेत्री सुश्री मोनिका मूर्ति द्वारा किया गया।