65 किग्रा वर्ग में बजरंग फिर बने दुनिया के नंबर एक पहलवान
रोम: टोक्यो ओलम्पिक में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद बजरंग पूनिया ने इटली में माटियो पेलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज में 65 किग्रा वर्ग में मंगोलिया के तुल्गा तुमूर ओचिरको हराकर स्वर्ण पदक जीता और इसके साथ ही वह अपने वजन वर्ग में फिर से दुनिया के नंबर एक पहलवान बन गए।
बजरंग अंतिम क्षणों तक पिछड़ रहे थे लेकिन उन्होंनेआखिरी 30 सेकेंड में दो अंक बनाकर स्वर्ण जीत लिया और अपने अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया, जिससे उन्होंने अपने वजन वर्ग में फिर से नंबर एक रैंकिंग हासिल कर ली। बजरंग इस प्रतियोगिता से पहले दूसरे स्थान पर थे।
मुकाबले में स्कोर 2-2 से बराबर रहा लेकिन अंतिम दो अंक लेने के कारण बजरंग विजेता बन गए। बजरंग इस प्रतियोगिता में 14 अंक हासिल करने से वह शीर्ष पर पहुंच गए । ताजा रैंकिंग केवल इस टूर्नामेंट के परिणाम पर आधारित है और इसलिए स्वर्ण पदक जीतने वाला पहलवान नंबर एक रैंकिंग हासिल कर रहा है । इससे पहले महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भी स्वर्ण जीता था और वह भी अपने वजन वर्ग में नंबर एक पहलवान बनी थीं ।
विशाल कालीरमण ने गैर ओलंपिक वर्ग 70 किग्रा में कजाखस्तान के सीरबाज तालगत को 5-1 से हराकर कांस्य पदक जीता जबकि नरसिंह पंचम यादव 74 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक के मुकाबले कजाखस्तान के दानियार कैसानोव से हार गए। नरसिंह डोपिंग के कारण लगे चार साल के प्रतिबन्ध के बाद वापसी कर रहे हैं।
भारत ने साल की इस पहली रैंकिंग सीरीज में कुल सात पदक जीते। महिला वर्ग में विनेश फोगाट ने स्वर्ण और सरिता मोर ने रजत पदक जीता था. ग्रीको रोमन पहलवान नीरज (63 किग्रा), कुलदीप मलिक (72 किग्रा) और नवीन (130 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।