रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता

रमेश चन्द्र गुप्ता

बहराइच: कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के मोतीपुर रेंज अंतर्गत जंगल से सटे चंदनपुर ग्राम के दो मजरो मे तीन दिनो के अन्दर दो मासूमों की जान लेने वाली मादा तेंदुआ शिकार के फेर मे पिजड़े में कैद हो गई।

प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन के निर्देश पर वन विभाग की टीम ने चंदनपुर ग्राम के दोनो मजरो मे तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगवाया। इस बीच रेंजर महेंद्र मौर्या के नेतृत्व में वन टीमे गश्त करती रही। सोमवार की देर रात करीब 2 बजे बकरी के शिकार के फेर मे मादा तेंदुआ के पिंजड़े में कैद होने के बाद उसकी दहाड़ सुन ग्रामीणों व वन विभाग ने राहत की सांस ली।

इस दौरान प्रशिक्षु पीएफएस अधिकारी अमित कुमार सिंह, मोतीपुर वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र मौर्या, पशु चिकित्सक वीरेंद्र वर्मा, वन दरोगा राजाराम, परिक्रमा दीन, परशुराम त्रिपाठी, स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के जवान दयानंद कुशवाहा, इफ्तिखार अहमद, मिथिलेश राजपूत आदि मौजूद रहे।

तीन दिन मे दो मासूमो को बना चुकी है शिकार
विगत शुक्रवार को मादा तेन्दुआ ने चन्दनपुर के मजरा खाले गड़ैहिया मे पिता के साथ इलाज कराकर लौट रहे अभिनन्दन (6) पर हमला कर दिया था। गत रविवार की रात चन्दनपुर के ही मजरा कलन्दरपुर में पिता के साथ बैठी राधिका उर्फ अंशिका (8) को दबोचकर उठा ले गया था। जिसका अगले दिन गन्ने के खेत में सिर बरामद हुआ था।

ढाई वर्षीय मादा तेंदुआ स्वभाव से आक्रामकः डॉ0 वीरेंद्र वर्मा
पिंजरे में कैद तेंदुए को वन टीम अपने साथ मोतीपुर वन रेंज कार्यालय ले गई। जहां कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के पशु चिकित्सक डॉ0 वीरेंद्र वर्मा ने स्वास्थ्य परीक्षण कर बताया कि पिंजरे में कैद ढाई वर्षीय तेंदुआ मादा है और उम्र के हिसाब से मादा तेंदुआ काफी स्वस्थ व स्वभाव से आक्रामक है।

कुछ दिनों तक वन टीम रखेगी निगरानीः डीएफओ
प्रभागीय वनाधिकारी आकाश दीप बधावन ने बताया कि पकड़े गए मादा तेंदुआ को गेरुआ नदी के उस पार घने जंगलों में छोड़ा जाएगा। उन्होने बताया कि तेंदुए के पद्चिन्हों के माप के आधार पर क्षेत्र में दूसरे तेंदुए का मूवमेंट नहीं है। जबकि ग्रामीणों की आशंका के दृष्टिगत घटना वाले क्षेत्र में अगले कुछ दिनों तक वन टीम लगातार गश्त करते हुए निगरानी रखेगी।

भेरिया मोड़ के पास झाड़ियों में दिखा एक और तेंदुआ
चंदनपुर गांव के दो मजरो में आतंक का पर्याय बन चुकी मादा तेंदुए को पिंजरे मे कैद कर वन विभाग ने कतर्नियाघाट के गेरुवा नदी में छोड़ा ही था कि मंगलवार की सुबह चंदनपुर के निकट भरिया मोड़ रोड के किनारे ग्रामीणों ने झाड़ियों में एक और तेंदुआ देखा। जिसके बाद से ग्रामीणो व राहगीरो में भय का माहौल है। ग्रामीणो ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़कर कहीं दूर छोड़ने की मांग की है।