दिल्ली:
फिलिस्तीन पर इजरायल के लगातार हमलों के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने मंगलवार को इजरायल को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसने गाजा पर बमबारी जारी रखी तो दुनिया भर के मुसलमानों और “प्रतिरोधक ताकतों” को कोई रोक नहीं पाएगा।

डेली मेल ने ईरानी राज्य टीवी का हवाला देते हुए बताया कि खमेनेई ने कहा, “अगर ज़ायोनी (इज़रायली) शासन के अपराध जारी रहे, तो मुस्लिम और प्रतिरोध बल अधीर हो जाएंगे और उन्हें कोई नहीं रोक सकता।” खमेनेई ने कहा, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ज़ायोनी शासन कुछ भी करता है, वह अपनी निंदनीय विफलता की भरपाई नहीं कर सकता।”

खामेनेई ने मंगलवार को कहा कि गाजा में फिलिस्तीनियों के खिलाफ किए गए अपराधों के लिए इजरायली अधिकारियों पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। ईरान ने गाजा की घेराबंदी की निंदा करते हुए बयानबाजी तेज कर दी है और सुझाव दिया है कि चौतरफा हमले का जवाब दूसरे मोर्चों पर दिया जाएगा।

ये टिप्पणी हमास के पूर्व प्रमुख खालिद मेशाल द्वारा पिछले शुक्रवार को दुनिया भर के मुसलमानों से जिहाद दिवस के रुप में मनाने के आह्वान के बाद की गई है। इससे पहले दुनिया भर में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी संकटग्रस्त गाजावासियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए निकले थे, क्योंकि दस लाख से अधिक लोगों को अपने देश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

ईरान के मौलवी शासक लंबे समय से फ़िलिस्तीनी मुद्दे के समर्थन में मुखर रहे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, यह किसी से छिपा नहीं है कि तेहरान गाजा को नियंत्रित करने वाले इस्लामी संगठन हमास को खुलकर समर्थन देता है, उसका वित्त पोषण करता और उसे हथियार भी उपलब्ध कराता है।