जागरूकता से बच्चों को मिलेगी जन्मजात टेढ़े मेड़े पैरों की विकृति से मुक्ति
जिला अस्पताल में मनाया गया विश्व क्लबफुट दिवस
हमीरपुर:
विश्व क्लबफुट दिवस के अवसर पर अनुष्का फाउंडेशन फॉर एलिमिनेटिंग क्लबफुट ने जिला अस्पताल के क्लीनिक में समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनय प्रकाश ने केक काटा।
डॉ इग्नासियो पोंसेटी के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला यह विशेष दिन, क्लबफुट (जन्मजात टेढ़े मेड़े पैर) के बारे में जागरूकता बढ़ाने और पोंसेटी पद्धति के माध्यम से शुरुआती हस्तक्षेप और उपचार के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए समर्पित है।
बता दें कि जिला अस्पताल के क्लीनिक में डॉ.विपिन कुमार (आर्थो) ने क्लबफूट के मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया है। इस समय 8 बच्चों का इलाज चल रहा है।
क्लबफुट क्लीनिक द्वारा आयोजित समारोह में रंग-बिरंगे गुब्बारे, केक और रोगियों के मनोरंजन के लिए आकर्षक खेल शामिल थे, जिससे उनकी यात्रा एक सकारात्मक और यादगार अनुभव बन गई। बच्चों की गतिविधियों के अलावा, फाउंडेशन ने वयस्कों को क्लबफुट, इसके कारणों और उपलब्ध उपचार के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता शिविर भी आयोजित किया।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के सहयोग से, फाउंडेशन के विश्व क्लबफुट दिवस समारोह का उद्देश्य व्यापक दर्शकों तक पहुंचना और क्लबफुट और इसके उपचार कार्यक्रम के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करना है। .
क्लीनिक्स में जश्न के अलावा, फाउंडेशन क्लबफुट एक जून से 30 जून तक विश्व क्लबफुट दिवस पर एक ऑनलाइन जागरूकता अभियान शुरू करेगा। डिजिटल प्लेटफॉर्म की शक्ति को पहचानते हुए, फाउंडेशन क्लबफुट और इसके उपचार के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया चैनलों, उनकी वेबसाइट और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएगा।
ऑनलाइन अभियान का उद्देश्य विभिन्न आयु समूहों, जनसांख्यिकी और भौगोलिक स्थानों के लोगों को शिक्षित और संलग्न करना है। संगठन सूचनात्मक पोस्ट, वीडियो और इन्फोग्राफिक्स साझा करेगा जो क्लबफुट के कारणों, लक्षणों और उपलब्ध उपचार विकल्पों की व्याख्या करेगा।
फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर डॉ.शिरीष श्रीवास्तव ने बताया कि फाउंडेशन का मकसद भारत के हर जिले में एक व्यापक क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने का प्रयास हैं, जिससे हर बच्चे के लिए उपचार की पहुंच सुनिश्चित हो सके। विभिन्न सरकारी और गैर-लाभकारी हितधारकों के साथ साझेदारी के माध्यम से उनका उद्देश्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना है और यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी बच्चा क्लबफुट के कारण अक्षम न रहे।अनुष्का फाउंडेशन के ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना, दीपक, आरबीएसके डीईआईसी गौरीशराज पाल एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहे।