ऑस्ट्रेलिया मज़बूत पर आंकड़े पाकिस्तान के साथ
तौक़ीर सिद्दीक़ी
टी 20 विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में कल डेरिल मिचेल और नीशम ने शानदार बल्लेबाज़ी करके न्यूज़ीलैण्ड को पहली बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा दिया और दूसरा सेमीफाइनल पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच दुबई में आज खेला जाना है. दो ऐसी टीमें जो भरपूर फॉर्म में हैं, दोनों के बीच पहले सेमीफाइनल की तरह एक तगड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है.
पाकिस्तान जो इस वर्ल्ड कप में अभी तक अपराजित है, उस सिलसिले को बरक़रार रखने के इरादे से मैदान में उतरेगी तो वहीँ ऑस्ट्रेलिया अपने पहले खिताब को पाने के लिए इस मैच को जीतने की जी तोड़ कोशिश करेगी। जहाँ तक टी 20 विश्व कप की बात है तो पाकिस्तान की टीम 2009 में चैम्पियन रह चुकी है, फाइनल में श्री लंका को हराया था, 2007 में रनर अप रही है, तब भारत से हारी थी, इसके अलावा 2010 और 2012 में भी पाकिस्तान की सेमीफाइनल तक पहुंची थी. 2010 में उसे ऑस्ट्रेलिया ने हराया था जबकि 2012 में उसे श्रीलंका के हाथों शिकस्त से दो चार होना पड़ा था.
जहाँ तक ऑस्ट्रेलिया की बात है तो 2010 में वह फाइनल तक पहुंचे मगर इंग्लैंड के हाथों उनको 7 विकेट से सामना का करना पड़ा था. इसके अलावा पहले विश्व कप यानि 2007 और 2012 में भी ऑस्ट्रेलिया की टीम अंतिम चार में पहुंची थी. 2007 में उसे भारत ने और 2012 में उसे वेस्टइंडीज ने हराया था.
अब अगर आज के मुकाबले की बात करें और दोनों टीमों की मौजूदा परफॉरमेंस को ध्यान में रखें तो हमें कंगारुओं का पलड़ा भारी लगता है क्योंकि सुपर 12 राउंड में ऑस्ट्रेलिया की टीम ग्रुप ऑफ़ डेथ में थी, उसने जो चार मैच जीते वह बड़ी टीमों के खिलाफ जीते हैं, वहीँ पाकिस्तान की टीम भले ही अभी तक अपराजित हो मगर सुपर 12 में उसके सामने स्कॉटलैंड और नामीबिया जैसी कमज़ोर टीमें भी थीं. वहीँ पाकिस्तान के फेवर उनका लगातार मैच जीतना जा रहा है, टीम बड़ी हो या छोटी, हार जीत से टीम का आत्म विशवास तो बढ़ता ही है.
मैंने अपने पत्रकारिता जीवन में इतने आत्मविश्वास के साथ पाकिस्तान को कभी खेलते हुए नहीं देखा है और यही आत्मविश्वास ही अभी तक पाकिस्तान की कामयाबी का राज़ है. अब देखना होगा कि सेमीफाइनल में टीम उसी आत्मविशवास के साथ मैदान में उतरेगी या नहीं ।
एक बात और जो पाकिस्तान के हक़ में दिख रही है वह है मैदान। चूँकि मैच दुबई में खेला जाना है और इस मैदान पर पाकिस्तान का अबतक का रिकॉर्ड बहुत शानदार है, उसने इस मैदान पर अभी तक कोई मैच नहीं गंवाया है. यूएई चूँकि काफी लम्बे समय तक पाकिस्तान का होम ग्राउंड भी रहा है तो यहाँ की विकटों पर खेलने का तजुर्बा भी उनके पास ऑस्ट्रेलिया से बहुत ज़्यादा है.
टीम की बात करें तो पाकिस्तान की पूरी टीम काफी लय में दिख रही है. बल्लेबाज़ी में एक फखरज़मान को छोड़कर उनके सभी बल्लेबाज़ों ने अपने फॉर्म में होने का सबूत दे दिया है. इसी तरह गेंदबाज़ी में भी हसन अली को छोड़कर बाक़ी सभी गेंदबाज़ों ने अबतक शानदार परफॉरमेंस दी है. लेकिन अच्छी बात यह है कि कप्तान बाबर आज़म को इन दोनों खिलाडियों पर बहुत भरोसा है. बाबर आज़म इन दोनों को बड़े मैच का खिलाडी मानते हैं, बाबर को पूरा यक़ीन है कि यह दोनों सेमीफाइनल और फाइनल में अपना कमाल दिखाएंगे। किसी भी खिलाडी के लिए यह बहुत बड़ी बात होती है कि उनका कप्तान उनपर इतना भरोसा करे .
वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम भी अब पूरी तरह लय में नज़र आ रही है. बल्लेबाज़ी में वार्नर के बल्ले से रन निकलने लगे हैं, कप्तान फिंच भी अच्छी पारियां खेल रहे हैं, मिचेल मार्श भी बल्ले से अच्छी फॉर्म में हैं और विस्फोटक मैक्सवेल भी पूरी तरह धमाका करने को तैयार हैं. गेंदबाज़ी में स्टार्क, हेज़लवुड, पैट कमिंस के रूप में ऑस्ट्रेलिया के पास एक धारदार तेज़ आक्रमण है, एडम ज़म्पा अपनी स्पिन कला का जादू बिखेर रहे हैं. अलबत्ता पांचवें गेंदबाज़ की ज़रूर कमी है, स्टॉयनिस और मैक्सवेल मिलकर पांचवें गेंदबाज़ की कमी पूरी कर रहे हैं. अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान इन चार ओवरों को कैसे अपने फेवर में करता है. वैसे पाकिस्तान की अबतक की रणनीति तो यही रही है कि पावर प्ले में अपने विकेट बचाकर बाद में हमला बोला जाय जो अभी तक कामयाब भी रही है. देखने वाली बात यह भी होगी कि क्या पाकिस्तान की रणनीति को ध्यान में रखते हुए पावर प्ले में मैक्सवेल का इस्तेमाल कर ऑस्ट्रेलिया उनके ओवर निकलवायेगा .
एक बात और, कल पाकिस्तानी मीडिया में एक खबर यह चल रही थी कि मोहम्मद रिज़वान और शोएब मलिक को फ़्लु हो गया है इसलिए आज के मैच में उनका खेलना पक्का नहीं है. अगर यह बात सही है तो यक़ीनन यह पाकिस्तान के लिए बहुत बड़ा झटका है।
बहरहाल अगर आप तकनीकी रूप में देखें तो ऑस्ट्रेलिया की टीम बीस नज़र आती है मगर आंकड़े और हालात पाकिस्तान के साथ खड़े नज़र आते हैं. पाकिस्तान अगर कामयाब होता है तो वह दूसरे खिताब के और करीब पहुँच जायेगा वहीँ अगर ऑस्ट्रेलिया को कामयाबी मिलती है तो दुनिया को एक नया टी 20 विश्व कप चैम्पियन मिलना यक़ीनी हो जायेगा।