बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल को साधने की कोशिश: मटुआ समुदाय के मंदिर पहुंचे मोदी, बोले- बरसों से था इंतज़ार
नई दिल्ली: बांग्लादेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मटुआ समुदाय के मंदिर पहुंचे। पहले पीएम ने यहां मंदिर में पूजा की, उसके बाद लोगों को संबोधित भी किया। याद रहे कि पश्चिम बंगाल की कई विधानसभा सीटों पर मटुआ समुदाय की मज़बूत पहचान है, शायद इसीलिए विपक्ष पीएम मोदी के इस दौरे को पश्चिम बंगाल के चुनाव से जोड़कर देख रहा है.
बरसों से था इंतज़ार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओराकांडी आएगा। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूं, जो भारत में रहने वाले मतुआ संप्रदाय के मेरे हज़ारों-लाखों भाई-बहन ओराकांडी आकर महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों ही देश अपनी प्रगति से पूरे विश्व की प्रगति देखना चाहते हैं। दोनों ही देश दुनिया में अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं। मोदी ने कहा कि इस दिन की प्रतीक्षा मुझे कई वर्षों से थी, 2015 में जब मैं प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार बांग्लादेश आया था तभी मैंने यहां आने की इच्छा प्रकट की थी। मेरी वो इच्छा आज पूरी हुई है।
लड़कियों के स्कूल खोलने और अपग्रेड करने का वादा
पीएम ने कहा कि आज भारत और बांग्लादेश के सामने जिस तरह की समान चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हरिचंद देव जी की प्रेरणा बहुत अहम है। दोनों देशों का साथ मिलकर हर चुनौती का मुकाबला करना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ओराकांडी में भारत सरकार लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी और भारत सरकार द्वारा यहां एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। ये भारत के करोड़ों लोगों की तरफ से हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।