एशियाई पैरा गेम्स: 29 गोल्ड के साथ भारत के पदक सौ के पार
दिल्ली:
भारत ने एशियाई पैरा खेलों में 2018 से अपने सर्वश्रेष्ठ स्वर्ण पदक को पीछे छोड़ दिया था। भारत के पास अब 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य हैं। कुल पदक संख्या 111 हैं।
भारत ने प्रतियोगिता के चौथे और अंतिम दिन चार स्वर्ण, दो रजत और छह कांस्य पदक के साथ 12 पदक जीते। शनिवार को पुरुषों की टी-47 400 मीटर स्पर्धा में दिलीप गावित द्वारा जीते गए 26वें स्वर्ण के साथ भारत ने प्रतिष्ठित 100 पदक का आंकड़ा पार कर लिया। चौथे एशियाई पैरा खेलों में भारतीय पैरा-एथलीटों का शानदार प्रदर्शन रहा।
गावित ने पुरुषों की 400 मीटर टी47 स्पर्धा में 49.48 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जिसमें वह इंडोनेशिया के नूर फेरी प्रदाना और श्रीलंका के मरावाका सुबासिंघे से आगे रहे जिन्होंने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता। भारत ने पहली बार एशियाई पैरा खेलों में 100 पदक का आंकड़ा छुआ है। पिछला सर्वश्रेष्ठ 2018 में 72 पदक था जब उन्होंने 15 स्वर्ण, 24 रजत और 33 कांस्य पदक जीते थे।
भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 29 स्वर्ण, 31 रजत और 51 कांस्य जीते । इससे पहले 23 सितंबर से आठ अक्टूबर तक हुए हांगझोउ एशियाई खेलों में भारत ने 107 पदक जीते थे । भारत पदक तालिका में पांचवें स्थान पर रहा । चीन ने 521 पदक (214 स्वर्ण, 167 रजत और 140 कांस्य) जीते जबकि ईरान ने 44 स्वर्ण, 46 रजत और 41 कांस्य अपने नाम किये।
जापान तीसरे और कोरिया चौथे स्थान पर रहा । पहले पैरा एशियाई खेल 2010 में ग्वांग्झू में हुए थे जिसमें भारत 14 पदक जीतकर 15वें स्थान पर रहा था । इसके बाद 2014 में भारत 15वें और 2018 में नौवे स्थान पर रहा । भारत ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार 100 से अधिक (101) पदक जीते थे।
भारतीय पैरालम्पिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा ,‘‘ हमने इतिहास रच दिया । हमारे पैरा एथलीटों ने देश को गौरवान्वित किया है । अब पेरिस पैरालम्पिक में टोक्यो से अधिक पदक जीतेंगे।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ हम इस प्रदर्शन से हैरान नहीं है। हमें 110 से 115 के बीच पदक मिलने की उम्मीद थी और 111 शुभ आंकड़ा है।’’
भारतीय खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 55 पदक एथलेटिक्स में पाये जबकि बैडमिंटन खिलाड़ियों ने चार स्वर्ण समेत 21 पदक जीते । शतरंज में आठ और तीरंदाजी में सात पदक मिले जबकि निशानेबाजों ने छह पदक जीते । आखिरी दिन शनिवार को भारत ने चार स्वर्ण समेत 12 पदक जीते। इनमें से सात पदक शतरंज में, चार एथलेटिक्स में और एक नौकायन में मिला।
पुरुषों की भालाफेंक एफ55 स्पर्धा में नीरज यादव ने 33 . 69 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता । टेक चंद को कांस्य पदक मिला । पुरूषों की 400 मीटर टी47 दौड़ में दिलीप महादु गावियोत को स्वर्ण पदक मिला । वहीं महिलाओं की 1500 मीटर टी20 दौड़ में पूजा ने कांस्य पदक हासिल किया।
शतरंज में पुरुषों के व्यक्तिगत रैपिड वी1बी1 वर्ग में सतीश दर्पण ने स्वर्ण, प्रधान कुमार सौंदर्या ने रजत और अश्विनभाई मकवाना ने कांस्य पदक जीता । तीनों ने टीम वर्ग का स्वर्ण भी भारत की झोली में डाला । किशन गंगोली ने पुरूषों की व्यक्तिगत रैपिड वी1 बी2 बी3 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
गंगोली, सोमेंद्र ओर आर्यन जोशी ने टीम वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया । महिला रैपिड वर्ग में वृत्ति जैन, हिमांशी राठी और संस्कृति मोरे को कांस्य पदक मिला । नौकायन में पीआर3 मिश्रित डबल स्कल में अनिता और के नारायणा ने रजत पदक जीता ।