कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड डेक्सामेथासोन के इस्तेमाल की मिली मंज़ूरी
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और देशभर में अब तक 5 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं। इस बीच कोरोना मरीजों के इलाज के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेक्सामेथासोन की मंजूरी दे दी है। स्टेरॉयड ड्रग डेक्सामेथासोन, मिथाइलप्रेड्निसोलोन की विकल्प होगी।
मिथाइलप्रेडनिसोलोन का है विकल्प
बता दें मिथाइलप्रेडनिसोलोन पहले से कोरोना वायरस के मरीजों को दी जा रही थी, लेकिन डेक्सामेथासोन को मंजूरी मिलने के बाद अब मिथाइलप्रेडनिसोलोन के विकल्प के तौर पर मरीजों को दिया जा सकता है।
कॉर्टिकोस्टेरॉइड है डेक्सामेथासोन
डेक्सामेथासोन एक कॉर्टिकोस्टेरॉइड है जिसका आमतौर पर शरीर में सूजन की स्थिति को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है जैसे कि एलर्जी संबंधी विकार और सूजन आंत्र रोग। इसके अलावा इस दवा का ल्यूपस, रुमेटीइड आर्थराइटिस और मायस्थेनिया ग्रेविस जैसे ऑटोइम्यून डिजीज के इलाज के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
इन बीमारियों में होती है इस्तेमाल
यह सूजन को कम करके रोगियों को इन बीमारियों से बचाने में सहायक है। इसे शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा को दबाने के लिए भी जाना जाता है। यही वजह है कि रोगियों को अक्सर टीबी जैसे संक्रमण का टेस्ट किये जाने के बाद ही इसे शुरू किया जाता है। दवा के उपयोग के दौरान रोगी को इस तरह के संक्रमण को पकड़ने की संभावना बहुत अधिक है। अगर इसके दुष्प्रभावों की बात करें तो इसमें अवसाद और रक्तचाप का बढ़ना शामिल हैं।