अमरीकी अरबपति निवेशक का एलान, अडानी मुद्दे से भारत में खुल सकती है लोकतंत्र की पुनर्स्थापना की राह
दिल्ली:
अमरीका के अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस का कहना है कि अडानी मुद्दे से भारत में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना होगी, सोरोस के इस बयान पर केंद्र सरकार ने नाराज़गी जताई है और इसे भारत के खिलाफ एक साज़िश करार दिया है. सोरास का मानना है कि कि गौतम अडानी के व्यापारिक साम्राज्य में मची उथल-पुथल के चलते जिस तरह भारतीय शेयर बाजारों में बिकवाली का दौर चला और इसने भारत को एक निवेश स्थान के रूप में निवेशकों के विश्वास को हिला दिया है। इस उथल-पुथल से ही देश में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना की राह खुल सकती है।
बता दें कि अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडानी समूह की कंपनयों में गड़बड़ी की रिपोर्ट सामेन आने के बाद भारतीय शेयर बाजार हिले हुए हैं और इस रिपोर्ट ने भारत के रेगुलेटरी फ्रेमवर्क पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके साथ ही अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उनसे रिश्तों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
जॉर्ज सोरोस ने कहा कि, “इस पूरे मामले पर मोदी खामोश हैं, लेकिन उन्हें जवाब तो देना ही होगा, खासतौर से विदेशी निवेशकों के सवालों पर और संसद में उन्हें बोलना होगा।” सोरोस म्यूनिख सिक्यूरिटी कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होने कहा, “इस मामले से निश्चित रूप से भारत सरकार पर मोदी की पकड़ बड़े पैमाने पर कमजोर होगी और इससे उन सांस्थानिक सुधारों के रास्ते खुलेंगे, जिनकी जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही है।” उन्होंने आगे कहा कि, “मैं इस मामले में नौसिखिया हो सकता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि इससे भारत में लोकतंत्र की फिर से स्थापना होगी।”
सोरोस बड़े अमेरिकी अरबपति हैं और उनकी दौलत करीब 8.5 अरब डॉलर आंकी जाती है। वे ओपन सोसायटी फाउंडेशन के संस्थापक है। यह फाउंडेशन दुनिया भर में लोकतंत्र के प्रचार, पारदर्शिता और बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी को प्रोमोट करने वालों को आर्थिक मदद देती है।
सोरोस के ताजा बयान पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह एक विदेशी साजिश है जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस भारत में राजनीतिक दलों को फंडिंग करके लोकतांत्रक ढंग से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। स्मृति ईरानी ने कहा कि “मैं देश की जनता को एक नागरिक होने के नाते यह आह्वान करना चाहती हूं कि एक विदेशी ताकत जिसके केंद्र में हैं एक व्यक्ति जिनका नाम है जॉर्ज सोरोस, उन्होंने ऐलान किया है कि वो हिंदुस्तान के लोकतांत्रिक ढांचे पर चोट करेंगे।”
स्मृति इरानी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र में दखल देने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि एक विदेशी ताकत जिसके केंद्र में जॉर्ज सोरोस हैं, उन्होंने ऐलान किया है कि वे भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर वार करेंगे। स्मृति ईरानी ने कहा कि सोरोस ने ऐलान किया है कि वे पीएम मोदी को अपने वार का मुख्य बिन्दु बनाएंगे।