आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन ने नरसिंहानन्द के खिलाफ पुलिस को दी तहरीर
लखनऊ: आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन का एक प्रतिनिधि मण्डल सैयद अयूब अशरफ किछौछवी के नेतृत्व में चौक कोतवाली में नरसिंहानन्द के खिलाफ सहायक पुलिस आयुक्त आई पी. सिह को एक पत्र वैधानिक कार्यवाही हेतु दिया साथ ही एक ज्ञापन राष्ट्रपति राम नाथ गोविन्द के नाम दिया गया.
इस मौके पर मोहम्मदी मिशन के अध्यक्ष ने कहा कि नरसिंहानन्द ने जिस तरह से अल्लाह और उसके रसूल और पवित्र क़ुरआन की तौहीन की है उसे पूरी दुनिया का मुसलमान बर्दाश्त नही कर सकता। उन्होंने कहा कि कोराना महामारी ने लखनऊ शहर में अपना खतरनाक रूप धारण कर लिया है ऐसे हालात में एहतेजाज करना इन्सानियत के लिए खतरा है वर्ना आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन देशद्रोही और आतंकवादी मानसिकता वाले नरसिंहनन्द के खिलाफ बड़ा एहतेजाज करता। उन्होंने सभी देश वासियों से अपील की है कि वह अपने हर थाना क्षेत्र में नरसिंहानन्द और इन जैसे जितने भी लोग है जो अपनी निजी स्वार्थ के लिए भारत की गंगा जमुनी तहज़ीब को मिटाने में लगें है उसके खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करवाए।
उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि 2 अप्रैल से 14 अप्रैल हो गया मगर अभी तक नरसिंहनन्द को गिरफतार न करके शासन/प्रषासन ने मुस्लमानों के धार्मिक जज़बात का मज़ाक उड़ाया है, भारत का मुसलमान नबी के गुस्ताख के खिलाफ खामोश नही बैठेगा। मोहम्मदी मिशन ने अभी शासन और प्रशासन को उचित कार्यवाही हेतु पत्र लिखा है, आगे मजबूर होकर भारत के उलेमा-ए-किराम या धार्मिक रहनूमाओं, खानकाहों के सज्जादानशीन व मशायक़ से राब्ता करके नसिंहानन्द के विरुद्ध कठोर कदम उठाया जाएगा।
आल इण्डिया मोहम्मदी मिशन यूथ अध्यक्ष हज़रत सैयद मोहम्मद अहमद मियाॅ ने कहा कि प्रदेश व केन्द्र सरकार शीघ्र नरसिंहानन्द और इस जैसे सभी लोगों को गिरफतार करे. भारत का मुसलमान भारत के संविधान, भारतीय दण्ड संहिता और कानून का सहारा लेकर दो सप्ताह से इसके विरूध कानूनी कार्यवाही की मांग कर रहा है लेकिन अभी तक कोई कानूनी कार्यवाई नही हुई जो एक दुख का विषय है. प्रशासन के इस रवैय से ऐसे अपराधियों के हौसले और बुलन्द हो रहे है और यह लोग देश में अराजकता फैलाकर देश में अशांति फैलाने का काम कर रहे है जो देश हित में अच्छा कदम नही है।
इस मौके पर आल इण्डिया मोहम्मद मिशन यूथ अध्यक्ष सैयद मोहम्मद अहमद मियाॅ, पीरजादा सैयद आले मुस्तफा बड़ी सरकार, सैयद गुलाम हुसैन, कारी मोहम्मद अरशद मौजूद थे।