काम न आई अक्षर की पारी, पुणे में टीम इंडिया को मिली हार
दो दिन पहले मुंबई में बाल-बाल बची टीम इंडिया को पुणे में हार से कोई नहीं बचा सका. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में उसे 16 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर हो गई. मुंबई में जहां बल्लेबाजों की नाकामी को गेंदबाजों ने छुपाकर टीम को जीत दिलाई थी, पुणे में बल्लेबाज अपने गेंदबाजों को उनके खराब दिन में सपोर्ट नहीं कर पाए. श्रीलंका ने 206 रन का स्कोर खड़ा किया और फिर इसे डिफेंड भी कर लिया.
टीम इंडिया को इतने बड़े लक्ष्य के जवाब में तेज और बड़ी शुरुआत की जरूररत थी. श्रीलंका के पेसरों ने सिर्फ 5वें ओवर तक भारत के 4 विकेट और 10वें ओवर तक 57 रन पर ही 5 विकेट उड़ाकर पूरे स्टेडियम को सकते में डाल दिया. इशान किशन और शुभमन गिल को दूसरे ही ओवर में कासुन रजिता ने आउट कर दिया, जबकि अपना डेब्यू कर रहे राहुल त्रिपाठी को दिलशान मधुशंका और कप्तान हार्दिक पंड्या का चमिका करुणारत्ने ने अपना शिकार बना दिया. पिछले मैच के स्टार रहे दीपक हुड्डा भी ज्यादा देर नहीं टिक सके. ऐसे में जिम्मेदारी आई सूर्यकुमार यादव और अक्षर पटेल पर. दोनों बल्लेबाज अच्छी फॉर्म में थे और उन्होंने इसका नजारा भी पेश किया.
बाएं हाथ के बल्लेबाज अक्षर ने श्रीलंका के स्टार स्पिनर वानिंदु हसारंगा को खास तौर पर निशाना बनाया. 14वें ओवर में अक्षर ने पहली 3 गेंदों में ही छक्कों की हैट्रिक जमा दी और फिर सूर्या ने भी इस ओवर में चौथा छक्का कूटते हुए 26 रन बटोरकर भारत की वापसी कराई. अक्षर ने सिर्फ 20 गेंदों में अर्धशतक ठोका, जबकि सूर्या ने भी 33 गेंदों में फिफ्टी पूरी की. दोनों के बीच 91 रनों की धुआंधार पारी हुई. फिर 16वें ओवर में सूर्या का विकेट गिर गया, जिसने भारत से जीत का मौका छीन लिया.
हालांकि, आखिर में शिवम मावी ने लगातार 3 बाउंड्री के जड़कर अक्षर का साथ देते हुए भारत को लक्ष्य के और करीब पहुंचाया, लेकिन आखिरी ओवर में 21 रन टीम इंडिया के लिए काफी ज्यादा साबित हुए. दासुन शानका की गेंद पर अक्षर पटेल के आउट होते ही बची-खुची उम्मीद भी खत्म हो गईं.
इससे पहले भारतीय कप्तान हार्दिक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जिसने सबको चौंका दिया क्योंकि इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने ज्यादा मैच जीते हैं. जल्द ही उनका ये फैसला गलत साबित हो गया, जब श्रीलंका के ओपनरों ने 8 ओवरों में 80 रन जोड़ दिए. इसमें दूसरा ओवर सबसे खराब रहा, जिसमें अर्शदीप सिंह ने नोबॉल की हैट्रिक लगा दी.
इन सबके बीच श्रीलंका के लिए कुसल मेंडिस, चरित असालंका और अंत में कप्तान दासुन शानका ने विस्फोटक पारियां खेल डालीं. मेंडिसने सिर्फ 31 गेंदों में ताबड़तोड़ 52 रन कूटकर भारत को शुरुआत से ही बैकफुट में डाल दिया. इस साझेदारी को युजवेंद्र चहल ने मेंडिस को आउट कर तोड़ा. यहां से भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की, जिसमें अक्षर पटेल और उमरान मलिक ने भी अपना योगदान दिया. उमरान ने लगातार दो ओवरों में 3 विकेट हासिल किए, जबकि अक्षर पटेल ने विकेटों के साथ रनों पर लगाम लगाई.
फिर आखिर में वही हुआ, जो पिछले कुछ मैचों से होता आ रहा था. एक बार फिर श्रीलंकाई कप्तान शानका ने मोर्चा संभाला और एक और विस्फोटक पारी खेल डाली. श्रीलंकाई कप्तान ने भारत के खिलाफ अपनी सफल बल्लेबाजी का सिलसिला बरकरार रखा और सिर्फ 20 गेंदों में अर्धशतक ठोक दिया, जो श्रीलंका की ओर से सबसे तेज टी20 फिफ्टी है. इसमें से 3 छक्के आखिरी ओवर में आए.