अखिलेश ने समझी शिवपाल की अहमियत, बनाया राष्ट्रीय महासचिव
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी रविवार को घोषित कर दी गई. इस दौरान शिवपाल यादव को सपा की कार्यकारिणी में जगह मिल गई है. जहां शिवपाल यादव को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. वहीं, पार्टी ने आजम खान और हाल ही में रामचरित मानस पर बयान देकर विवादों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी कार्यकारिणी में शामिल किया है. हालांकि, दूसरे दलों में इसे लेकर कयासबाजी चल रही थी.
दरअसल, समाजवादी पार्टी ने 62 सदस्यों की नई कार्यकारिणी घोषित की है. जहां सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी नई टीम घोषित की है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद सपा ने अपनी कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी. हालांकि, नई कार्यकारिणी में शिवपाल के साथ स्वामी प्रसाद मौर्या को भी जगह मिली है. जबकि, किरनमय नन्दा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और रामगोपाल यादव राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव बनाए गए हैं. इसी टीम के साथ अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा के रण में उतरेंगे.
बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पिछली जातियों के नेताओं का दबदबा देखने को मिला है, जिसमें तक़रीबन 80 फ़ीसदी नेता पिछड़ी जाति से ताल्लुक़ रखते हैं. वहीं, आज़म खां समेत 9 अल्पसंख्यक चेहरों को भी कार्यकारिणी में जगह मिली है. इस दौरान पूर्व विधायक पवन पांडेय समेत 4 ब्राह्मणों को भी जगह मिली है. इसके साथ ही सुदीप रंजन सेन को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बनाया गया है. वहीं जया बच्चन, रामगोविंद चौधरी, अबू आसिम आजमी, चंद्रपाल सिंह यादव और जावेद अली खान को सद्स्य की जिम्मेदारी दी गई है.
इसके साथ ही लालजी वर्मा, इंद्रजीत सरोज का भी कद बढ़ाया गया, जिसमेंलालजी वर्मा, इंद्रजीत सरोज भी राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए, जबकि, रवि प्रकाश वर्मा, बलराम यादव राष्ट्रीय महासचिव,विशम्भर प्रसाद निषाद,अवधेश प्रसाद राष्ट्रीय महासचिव बने हैं. वहीं, रामजीलाल सुमन,रामअचल राजभऱ को भी राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दी गई है.
गौरतलब है कि, शिवपाल यादव और अखिलेश यादव मैनपुरी लोकसभा चुनाव के दौरान गिले-शिकवे भुलाकर साथ आ गए हैे. ऐसे में शिवपाल ने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय सपा में कर दिया हैं. हालांकि, दूसरे दलों में इसे लेकर कयासबाजी चल रही थी. साथ ही चर्चा थी कि शिवपाल यादव कोअखिलेश पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी देंगे. फिलहाल सपा आगामी 2024 की तैयारियों में जुट गई है.