कश्मीर में जवानों की शहादत पर अखिलेश ने केंद्र सरकार को घेरा, पूछा आखिर कब तक?
मैनपुरी:
अखिलेश यादव ने कश्मीर में जवानों की शहादत पर केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कश्मीर और सीमा पर समय-समय पर ये सूचना मिलती है कि हमारे फौजी जवानों को शहीद होना पड़ रहा है। सीमाएं सुरक्षित हो और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों लेकिन अगर हम आंकड़े देखें तो जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है, तब से पिछले 10 साल में शहीदों की संख्या बढ़ी है, जो लोग ये कहते थे। कि भाजपा की सरकार आने पर सीमाएं सुरक्षित होंगी, आतंकवादी घटनाएं नहीं होंगी, हमारी देश की सिक्योरिटी से कोई समझौता नहीं होगा, जो सरकार देश की सिक्योरिटी को लेकर के, देश की सीमाओं की रक्षा को लेकर के, इतनी बड़ी बड़ी बात की हों, तो आखिरकार किस कारण हमारे जवानों की, हमारे अधिकारियों की जान जा रही है वो शहीद हो रहे है। सरकार को बताना चाहिए और जितनी सुरक्षा, जितनी रक्षा का विभाग को बजट मिलता है, मैं समझता हूं। कि सरकार ने बजट भी ज्यादा दिया है। कई चुनावों में प्रधानमंत्री जी ने जो आर्टिकल हटाये है, जिन वजह से उन्हे लगता था कि आतंकवाद बढ़ रहा है, अब तो वो कानून भी नहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी यही करती रहेगी, बीजेपी के तमाम लोग, आप जानते होंगे जो नॉनवेज खाते होंगे, मैं अपने प्लाइट में देखा हूं कि बीजेपी के बड़े नेता नॉनवेज खा रहे थे उन्हें चिन्ता नहीं थी कि कैसा मीट है ये, ये मैं कह रहा हूॅ आप से, और ये बात अगर गलत लगे बीजेपी वालों को, तो बीजेपी के लोग आपके माध्यम से ये सवाल पुछवा लें, उनके पास तो वो भी होंगे क्या कहते है कि पता कर लेंगे कि कौन बैठा रहा होगा हमारे साथ, बीजेपी के बड़े नेता।
अखिलेश यादव ने कहा कि फिल इन द ब्लेंक के लिए बीजेपी में कई नेताओं को बीजेपी रखती है, कि फिल इन द ब्लेंक करते रहो, ये सवाल कोई सवाल नहीं है, सवाल बेरोजगारी का है, मंहगाई का है। अगर कोई बात ऐसी कही गयी है, आप लोग क्यों हाईलाइट करते है, अगर कोई बात ऐसी कही गयी है तो जिम्मेदारी आपकी भी बनती है, आप भी तो सनातनी होंगे। अगर आप सनातनी हों, तो गांधी जी का कहना मानो, बुरे को देखो नहीं, बुरे को कहो नहीं, बुरे को सुनो नहीं, आप क्यों ऐसा करते हो, आप गांधी जी की बात नहीं मानते हो।
अखिलेश यादव ने कहा कि ये कोई नई बात नहीं है पूरा देश ये जानता है, देखिये ये सवाल उठाये जा रहे है ये सब जानते है लेकिन उससे महत्वपूर्ण सवाल ये है कि अग्निवीर जैसी व्यवस्था आप टेम्परेरी कर रहे हो, आपका जवान शहीद हो रहा है, अधिकारी शहीद हो रहा है, क्या आप टेम्परेरी एक नौजवान से उम्मीद करते हो कि रक्षा वही कर पायेगा, फिर एक टेंक चलाने में और जो नये तरह के आर्म्स आ गये है, या डिफेंस की चीजें है, चलाने में कितना समय लगता है, सीखने में समय लगता है, जब तक सीखोगे तब तक तुम्हें घर भेज देंगे। तो क्या फायदा हुआ आपके अग्निवीर का। टेंक चलाने में 10 साल लगता है, जब तक टेंक चलाना सीखोगे तब तक गांव में अपनी बैलगाड़ी चला रहे होगे।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादियों का पहला संकल्प ये है कि बीजेपी हटे, बीजेपी उ0प्र0 से हटेगी तो देश से हटेगी। मैने कई बार ये कहा कि 2014 में उ0प्र0 में बीजेपी आयी थी, 2024 में उ0प्र0 से बीजेपी जायेगी। और दूसरे दल अपना दल न बनायें, उन्हें बीजेपी हराने की रणनीति बनानी चाहिए, उन्हें अपना दल बनाने की रणनीति नहीं बनानी चाहिए, क्यों कि समय कम है, नबंवर में हम खड़े है, कुछ दिनों बाद दिसंबर शुरू हो जायेगा, बीजेपी के आयोजनों की तारीख आ गयी है, चुनाव की तारीख भी आ जायेगी, इस लिए जो जमीन पर है, उसका साथ देना चाहिए, अगर बीजेपी को हराना चाहते है। ऐसी कोई भी रणनीत होगी जिससे बीजेपी को रोका जा सके, उस रणनीति के साथ समाजवादी पार्टी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी का प्रयास है कि बीजेपी को रोका जाये, बीजेपी को रोकने के लिए समाजवादियों का साथ देना चाहिए, जो भी बीजेपी को रोकना चाहते है उन्हें, अभी रणनीति ये बनानी चाहिए कि बीजेपी का मुकाबला कैसे हो, इस बात के लिए चर्चा नहीं होनी चाहिए कि उनका दल कैसे बने। कुछ लोग दल बनाना चाहते है, हम बीजेपी रोकना चाहते है, ये जनता समझती है, और किसी के भी इमोशन से किसी भी दल को ब्लेकमेल नहीं करना चाहिए, कुछ दल है किसी के इमोशन का लाभ उठाकर के ब्लेकमेल करना चाहते है, हमे उम्मीद है कि दल, दल नहीं बनायेंगे अपना, पहले बीजेपी को रोकेंगे।