विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप SF में आकाश की हार, डेब्यू पर मिला ब्रॉन्ज़
स्पोर्ट्स डेस्क
भारत के युवा मुक्केबाज आकाश कुमार सर्बिया के शहर बेलग्रेड में जारी एआईबीए पुरुष विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप 2021 में गुरुवार को सेमीफाइनल मुकाबले में हार गए। कजाकिस्तान के मखमुद सबिरखान के खिलाफ हार झेलने के बावजूद आकाश ने इंटरनेशनल डेब्यू पर कांस्य पदक के साथ अपने सफर का समापन किया है।
भिवानी के रहने वाले 21 साल के मुक्केबाज ने टूर्नामेंट के 21वें संस्करण में मंगलवार को 54 किग्रा भार वर्ग में एक बड़ा उलटफेर करने के बाद सेमीफाइनल में जगह बनाते हुए अपने लिए कम से कम कांस्य पदक सुरक्षित किया था। क्वार्टर फाइनल में आकाश ने रियो ओलंपिक के रजत पदक विजेता और वेनेजुएला के पदक के मजबूत दावेदार योएल फिनोल को एकतरफा अंदाज में 5-0 से करारी शिकस्त दी थी।
दूसरी ओर, 20 वर्षीय युवा कजाख स्टार सबिरखान ने ब्राजील के माइकल त्रिनिदादे को पछाड़कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी और अब वह आकाश को 5-0 से हराकर फाइनल में पहुंच गए हें।
बेशक आकाश का सफर समाप्त हो गया है लेकिन वह दुनिया की इस सबसे बड़ी मुक्केबाजी स्पर्धाओं में से एक में पदक जीतने वाले भारतीय मुक्केबाजों की एक विशिष्ट सूची में शामिल हो गए हैं। आकाश से पहले अमित पंघाल (2019 में रजत), विजेंदर सिंह (2009 में कांस्य), विकास कृष्ण (2011 में कांस्य), शिव थापा (2015 में कांस्य), गौरव बिधूड़ी (2017 में कांस्य) और मनीष कौशिक (2019 में कांस्य) ने इससे पहले पुरुष विश्व चैंपियनशिप में देश के लिए पदक जीते थे।
इस प्रतिष्ठित आयोजन में दुनिया भर के 100 से अधिक भाग लेने वाले देशों के 650 शीर्ष मुक्केबाजों के बीच रोमांचक प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है।
प्रत्येक भार वर्ग के स्वर्ण पदक विजेताओं को 100,000 डॉलर मिलेंगे जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 50,000 डॉलर और 25,000 डॉलर दिए जाएंगे। 26 लाख डॉलर के एक विशाल पुरस्कार पूल के साथ, एआईबीए ने विजेताओं को क्रमशः ठोस सोने और चांदी से बने खूबसूरती से डिजाइन किए गए पदक और उनकी उपलब्धियों को मनाने के लिए बेल्ट से पुरस्कृत करने का फैसला किया है।