लखनऊ में प्रशासन ने रोकी कमलेश तिवारी न्याय यात्रा
लखनऊ।
हिन्दूवादी नेता रहे कमलेश तिवारी को न्याय दिलाने और आरोपियों को फांसी की सजा दिये जाने की मांग को लेकर आज हिन्दू समाज पार्टी की निकाली जाने वाली न्याय यात्रा को प्रशासन ने रोक दिया।
मालूम हो कि 19 अक्टूबर 2019 में खुर्शेदबाग स्थित आवास पर उनकी दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी थी और इस घटना से जुड़े आरोपियों को अभी तक सजा नहीं दी जा सकी बल्कि कोर्ट की काररवाई को लखनऊ को स्थानान्तरित कर प्रयागराज भेज दिया गया।
इसी क्रम में आज एक बार फिर हिन्दू समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरव वर्मा के आह्वान पर आज खुर्शेदबाग से कमलेश तिवारी को न्याय दिलाये जाने और आरोपियों को फांसी देने की मांग को लेकर न्याय यात्रा शुरू होनी थी, लेकिन मौके पर भारी तादाद में मौजूद पुलिस और अधिकारियों ने प्रशासन से अनुमति न मिलने का हवाला देते हुये न्याय यात्रा को आगे बढ़ने नहीं दिया और मौके पर ही मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन ले लिया।
यात्रा में शामिल होने वालों में राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण कमलेश तिवारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरव वर्मा, राष्ट्रीय महासचिव प्रमाचार्य शुक्ला, महासचिव विजय कौशिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहित राज पाण्डे, प्रदेश महासचिव गौरव गोस्वामी सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
इससे पहले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गौरव वर्मा ने मौके पर मौजूद पत्रकारों से कहा कि प्रदेश की योगी सरकार हिन्दूवादी नेता कमलेश तिवारी के हत्यारों के खिलाफ चल रही काररवाई में ढिलायी बरत रही है। जिसका परिणाम यह हुआ कि मामले को न्यायालय ने लखनऊ से स्थानान्तरित कर प्रयागराज कर दिया।
गौरव वर्मा ने कहा कि तत्कालीन न्यायमंत्री और वर्तमान में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने मामले को फास्टट्रैक कोर्ट में चलाकर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाये जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन उनका यह आश्वासन सिर्फ आश्वासन तक सीमित रहकर रह गया।
श्री वर्मा ने दिये गये ज्ञापन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि इस मामले तत्परता के साथ तेजी लाकर आरोपियों को फांसी की सजा दिलाये जाने का काम करें।