दिल्ली:
पिछले कई महीनों से पीसीबी एशिया कप के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने को लेकर काफी चिंतित है. और उसने एशिया कप के लिए भारत के सामने कुछ विकल्प रखे थे, लेकिन अब एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के हालिया फैसले के बाद पाकिस्तान के सामने ही एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. एसीसी ने पीसीबी के प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल (विभिन्न देशों/स्थलों में मैचों के आयोजन) के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इस फैसले के बाद अब पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि पाकिस्तान की टीम एशिया कप में खेलती नजर नहीं आ रही है.

हाल ही में बीसीसीआई ने साफ कर दिया था कि सरकार के अनुमति नहीं देने के कारण टीम इंडिया एशिया कप खेलने पाकिस्तान नहीं जा पाएगी. इसके बाद पीसीबी चेयरमैन नजम सेठी ने हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव रखा। इसके तहत सेठी ने कहा था कि भारत के अलावा पाकिस्तान और अन्य टीमें तटस्थ स्थानों पर अपने मैच खेल सकती हैं. इसके तहत पाकिस्तान बोर्ड ने यूएई में खेलने की इच्छा जताई थी, लेकिन श्रीलंका और बांग्लादेश ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।

इन बोर्डों ने हाइब्रिड मॉडल को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वे विश्व कप से पहले अपने खिलाड़ियों के चोटिल होने का जोखिम नहीं उठा सकते और अब भारत ने भी इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है. अब संभावना जताई जा रही है कि टूर्नामेंट को पूरी तरह से श्रीलंका में शिफ्ट किया जा सकता है, लेकिन पीसीबी इसका कड़ा विरोध कर रहा है।

वजह यह है कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड गेट मनी में 100 फीसदी हिस्सा मांग रहा है, जिस पर पीसीबी बिल्कुल भी राजी नहीं हो रहा है. हालांकि, यूएई केवल 50 फीसदी हिस्सेदारी की मांग कर रहा है। अब ताजा हालात के बाद ऐसे आसार बन रहे हैं कि पाकिस्तान एशिया कप का बहिष्कार कर सकता है. अगर ऐसा होता है तो यह पहली बार होगा जब पाकिस्तान की टीम एशिया कप में खेलती नजर नहीं आएगी।