1996 के विश्व कप वेंकटेश से बहस पर अब आयी आमिर सोहेल की सफाई
नई दिल्ली। 1996 में आयोजित किया गया वनडे विश्व कप कई बातों के लिये यादगार रहा, जहां पर श्रीलंका की टीम ने पहली बार विश्व विजेता का खिताब अपने नाम किया बल्कि भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गये मैच में एक ऐसी घटना देखने को मिली जिसने सालों तक फैन्स के दिलों पर राज किया। इस विश्व कप के दौरान भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद और पाकिस्तानी बल्लेबाज आमिर सोहेल के बीच मैदान पर तीखी नोंक झोंक देखने को मिली थी।
इस मैच के दौरान आमिर सोहेल लगातार वेंकटेश प्रसाद को उकसाते हुए नजर आ रहे थे, जिसके तहत उन्होंने प्रसाद की एक गेंद पर चौका लगाने के बाद प्रसाद की ओर इशारा करते हुए वापस जाने को कहा। हालांकि आमिर सोहेल का यह उकसावा उन्हीं पर भारी पड़ गया और अगली ही गेंद पर प्रसाद ने सोहेल को बोल्ड कर वापस पवेलियन भेजने का काम किया।
आमिर सोहेल के इस बर्ताव को लेकर काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था, हालांकि घटना के 25 साल पूरे होने के बाद आमिर सोहेल ने इस घटना को लेकर सफाई दी है और बताया कि उस मैच के दौरान क्या हुआ था और लोग किस तरह से उस घटना को गलत तरीके से पेश करते हैं।
आमिर सोहेल ने इसको लेकर यूट्यूब पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने 25 साल पुरानी इस घटना को याद किया है और कहा,’उस मैच के दौरान हमारे बीच काफी गर्मागर्म बहस जरूर हुई थी लेकिन किसी ने भी किसी के लिये गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया था। इस बात को लोग गलत तरीके से पेश करते हैं। हम बस एक दूसरे को उकसा कर लय खराब करने की कोशिश कर रहे थे। हमारे बीच किसी भी तरह की जुबानी जंग नहीं हुई थी।’
इस दौरान आमिर सोहेल ने जावेद मियांदाद की सलाह को याद करते हुए बताया कि उन्होंने पहले ही हमें समझाया था कि जब आप किसी गेंदबाज पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हो तो कैसे व्यवहार करना चाहिये और कैसे उकसाकर उसकी लय को खराब किया जा सकता है।
गौरतलब है कि इस घटना को लेकर भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने भी पिछले साल बयान दिया था और साफ किया था कि उस मैच को 24 साल बीतने के बाद भी शायद ही कोई ऐसा दिन रहा है जब उनसे इस घटना के बारे में पूछा न गया हो।
उन्होंने कहा था, ‘आमिर सोहेल को उस मैच में चौका मारने के बाद आराम से क्रीज में वापस चले जाना चाहिये था, हालांकि उस दौरान उनसे कुछ कहा सुनी हुई और उन्होंने जो किया वो उनके पक्ष में नहीं गया। उस वक्त जितने भी लोग मैच देख रहे थे सभी का खून खौल उठा था और हमें विकेट की भी दरकार थी। मैंने सही लेंथ पर गेंद फेंकी और हमें विकेट मिल गई।’