फ़िलिस्तीन और लेबनान के समर्थक ने वाइट हाउस के सामने किया आत्मदाह
ग़ज़ापट्टी और लेबनान पर ज़ायोनी शासन के हमलों का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों में से एक ने वाइट हाउस के सामने ख़ुद को आग लगा ली। वॉशिंगटन में वाइट हाउस के सामने फिलिस्तीन और लेबनान के समर्थकों के सामूहिक प्रदर्शन के दौरान एक अमेरिकी प्रदर्शनकारी ने ख़ुद को आग लगा ली।
ईरानी मीडिया के मुताबिक, इस प्रदर्शनकारी ने ख़ुद को आग लगाते हुए फिलिस्तीन की आजादी के लिए नारे लगाए।
वाशिंगटन में प्रदर्शनकारियों ने वाइट हाउस के सामने एक बड़ा प्रदर्शन करके ग़ज़ा पट्टी और लेबनान में ज़ायोनी शासन के अपराधों को जारी रखने और इन अपराधों के लिए अमेरिका के समर्थन का विरोध किया।
प्राप्त अंतिम रिपोर्टों के अनुसार ज़ायोनी सरकार के पाश्विक हमलों में अब तक 41 हज़ार से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद और 95 हज़ार से अधिक घायल हो चुके हैं।
ज्ञात रहे कि ब्रिटेन की साम्राज्यवादी नीति के तहत ज़ायोनी सरकार का ढांचा वर्ष 1917 में ही तैयार हो गया था और विश्व के विभिन्न देशों व क्षेत्रों से यहूदियों व ज़ायोनियों को लाकर फ़िलिस्तीनियों की मातृभूमि में बसा दिया गया और वर्ष 1948 में ज़ायोनी सरकार ने अपने अवैध अस्तित्व की घोषणा कर दी। उस समय से लेकर आजतक विभिन्न बहानों से फ़िलिस्तीनियों की हत्या, नरसंहार और उनकी ज़मीनों पर क़ब्ज़ा यथावत जारी है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान सहित कुछ देश इस्राईल की साम्राज्यवादी सरकार के भंग व अंत किये जाने और इसी प्रकार इस बात के इच्छुक हैं कि जो यहूदी व ज़ायोनी जहां से आये हैं वहीं वापस चले जायें।