खामोशी से मिटटी में दफ़्न हुआ उर्दू का एक महान शायर
इंदौर: राहत इंदौरी साहब आज रात साढ़े नौ बजे छोटी खजरानी (इंदौर) कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। यह जानकारी राहत साहब के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से दी गई। साथ ही अपील की गई कि लोग अपने-अपने घरों से ही राहत साहब की आत्मा की शांति के लिए दुआ करें।
राहत इंदौरी ने आज शाम पांच बजे अंतिम सांस ली । उन्हें कोरोना वायरस था। मध्य प्रदेश के इंदौर स्थित एक अस्पताल में वह भर्ती थे। वहां उन्हें आज दो बार दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
श्री अरबिंदो अस्पताल ने उनके निधन की पुष्टि की है। अस्पताल के डॉक्टर विनोद भंडारी ने बताया, “राहत इंदौरी साहब अब नहीं रहे। उन्हें दो दिल के दौरे पड़े थे, पर हम उन्हें नहीं बचा सके। उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद रविवार को अस्पताल लाया गया था। उन्हें 60 फीसदी निमोनिया भी था।
रहत इंदौरी साहब के निधन पर उर्दू शायरी की दुनिया में मातम जैसा माहौल पनपा है। उनके साथी शायरों, दोस्तों, चाहनेवालों और फैंस ने उनके निधन पर दुख, संवेदना और हैरानी जताई। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कहा- हे ईश्वर! बेहद दुखद! इतनी बेबाक़ ज़िंदगी और ऐसा तरंगित शब्द-सागर इतनी ख़ामोशी से विदा होगा,कभी नहीं सोचा था!