बहराइच: 8 बाल श्रमिक कराये गये मुक्त, बाल श्रमिक नियोजकों में हड़कम्प
कई थाना क्षेत्रो में चला ‘‘नो चाईल्ड लेबर’’ अभियान
पुलिस कप्तान के निर्देेश पर पुलिस व स्वयंसेवी संस्थाओं का संयुक्त अभियान
रिपोर्ट- रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच: पुलिस अधीक्षक डा0 विपिन कुमार मिश्र के नेतृत्व में बाल श्रम के विरूद्ध चलाये गये ‘‘नो चाईल्ड लेबर’’ अभियान के तहत जिले के कई थानों क्षेत्रो की पुलिस व समाजसेवी संगठनो के सहयोग से 48 बाल श्रमिको को मुक्त कराये जाने में सफलता प्राप्त हुई। बाल श्रम के विरूद्ध औचक कार्यवाही से बाल श्रमिक नियोजकों में हड़कम्प की स्थिति है।
पुलिस कप्तान डा0 विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि देहात संस्था, चाईल्ड लाईन-1098, प्रथम, श्रम विभाग, जिला प्रोबेशन विभाग एवं जिला बाल संरक्षण ईकाई के साथ पुलिस टीमों के सहयोग से जिले भर में 7 टीमों का गठन किया गया और प्रतिष्ठानों पर छापेमारी करके बालश्रम नियोजकों के कब्जे सें 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के 4 दर्जन बाल श्रमिको को मुक्त कराया गया।
उन्होने बताया कि इस अभियान के तहत कोतवाली देहात, कोतवाली नगर व दरगाह थाना क्षेत्रों के अन्तर्गत पानी टंकी से अस्पताल चैराहा, डिगिहा, छावनी, रोडवेज, किसान डिग्री कालेज से टिकोरा मोड़ तथा जरवल रोड व कैसरगंज क्षेत्र में एक-एक उप निरीक्षक, 5-5 कांस्टेबल, सम्बन्धित सरकारी विभागों, चाईल्ड लाईन एवं स्वैच्छिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ दबिश दी गई।
श्री मिश्र ने बताया कि बालश्रम के जरिए बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। जिन भी नियोजकों के यहां से बाल श्रमिक मुक्त कराए गए हैं उनके विरूद्ध बाल श्रम अधिनियम-2016, बंधुआ मजदूरी अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम एवं अनैतिक देह व्यापार अधिनियम आदि कानूनों के अंतर्गत मुकदमें दर्ज किए जाएंगे।
अभियान में शामिल देहात संस्था एवं चाईल्ड लाईन के निदेशक डा0 जितेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि मुक्त बाल श्रमिकों का कोविड टेस्ट व मेडिकल करवाकर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर परिजनों के संरक्षण में दिया जा रहा है। अभियान में श्रम प्रवर्तन अधिकारी रिजवान, चाईल्ड लाईन कोआर्डिनेटर देवयानी, देहात संस्था की स्वरक्षा परियोजना की इंटरवेंशन अधिकारी अस्मिता सरकार, महिला उप निरीक्षक प्रियंका सिंह, महिला थाना प्रभारी मंजू, जिला प्रोबेशन अधिकारी सुशील कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी शिवका मौर्या, प्रथम संस्था के अश्विनी, चंद्रेश आदि शामिल रहे।