गोरखपुर। आजम खां ने आज भाजपा सांसद योगी आत्यिनाथ पर उनके गृह जनपद में निशाना साधा। योगी के पिछले बयानों की याद दिलाए जाने पर आजम ने कहा कि योगी आदित्यनाथ एवं उनके जैसे साधु-संत शादी-शुदा नहीं हैं इसीलिए नफरत फैलाना उनके एजेंडे में है। मैं तो कहता हूं कि वे शादी कर लें तो सारा फ्रस्टेशन दूर हो जाएगा। उन्हें प्रेम मोहब्बत की भाषा बोलनी चाहिए। उन्होंने साक्षी महराज के बयानों के बारे में पूछे जाने पर उन्हें ‘दुष्कर्मी’ बताते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति का तो नाम भी जुबान पर नहीं लेना चाहिए।

आज गोरखपुर पहुंचे आजम खां ने राज्यपाल राम नाईक पर भी भ्रष्ट महापौरों को संरक्षण देने का आरोप जड़ दिया । आज़म ने तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल का हम सम्मान करते हैं, वह बुजुर्ग हैं, इसलिए उनका नाम आदर के साथ लेते हैं, लेकिन हमें इस बात का मलाल है कि वह विधानसभा द्वारा पारित निकाय से संबंधित 74 वां संशोधन बिल को बिना हस्ताक्षर किए वापस कर दिया। इससे स्पष्ट है कि वह भ्रष्ट महापौरों को संरक्षण दे रहे हैं।

आजम खां ने कहा कि जब तक राज्यपाल इस बिल पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं तब हम महापौरों का वित्तीय अधिकारी बढाने वाले नहीं है। बिल में इसी बात का प्रावधान है कि महापौरों को विकास के लिए खर्च होने वाले एक एक पाई का हिसाब देना होगा। इसके पहले बने कानून में इसकी व्यवस्था नहीं थी, इसीलिए भ्रष्टाचार को लेकर महापौरों की जवाबदेही तय नहीं हो पा रही है। आजम ने कहा कि प्रदेश सरकार नहीं चाहती कि गरीब जीवन भर पैडल रिक्शा चलाते रहें। उनके दर्द को महसूस करते हुए ही सरकार ने उन्हें ई-रिक्शा देने का निश्चय किया है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। विधानसभा चुनाव आते आते हम प्रदेश से पैडल रिक्शा खत्म कर देंगे। गंगा की सफाई को लेकर आजम केद्र सरकार को कटघरे में खडा किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह सिर्फ योजना बनाती है जबकि जमीन पर काम हम करते हैं। गंगा सफाई के लिए भी केंद्र ने कुछ नहीं किया। हमें गंगा की चिंता है। इसीलिए गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए केंद्र से अधिक कार्य तो प्रदेश सरकार कर रही है।