सब्सिडी के बिना अमरीका से एफ-16 नहीं लेगा पाकिस्तान
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा है कि अमेरिका अगर एफ-16 लड़ाकू विमान के लिए फंड की व्यवस्था नहीं करता है, तो वह इसे कहीं और से हासिल कर लेगा। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने अमेरिका द्वारा आठ एफ-16 विमानों के लिए पाकिस्तान को सब्सिडी नहीं देने की बात की पुष्टि होने के बाद ऐसा कहा।
इससे पहले पाकिस्तान ने अमेरिका से आठ एफ-16 विमान खरीदने का सौदा किया था। इस सौदे के तहत पाकिस्तान को इन विमानों के लिए अपने राष्ट्रीय कोष से 270 मिलियन डॉलर का भुगतान करना था। वहीं बाकी की राशि अमेरिका अपने विदेशी सैन्य वित्तपोषण कोष (एफएमएफ)से देने वाला था।
हालांकि अब अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘कांग्रेस ने बिक्री को मंजूरी दे दी है, लेकिन महत्वपूर्ण सदस्यों ने यह स्पष्ट किया है कि वे इसके समर्थन के लिए एफएमएफ (विदेशी सैन्य वित्तपोषण) के इस्तेमाल पर आपत्ति करते हैं। कांग्रेस की आपत्तियों के मद्देनजर हमने पाकिस्तानियों से कहा है कि उन्हें इसके लिए अपने राष्ट्रीय कोष को पेश करना चाहिए।’
वहीं सरताज अजीज ने अमेरिका के इस रुख को सौदे की हत्या करने जैसा बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए बिना सब्सिडी के इस सौदे तक पहुंचना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि बिना अमेरिकी फंड के इस डील में पाकिस्तान को प्रारंभिक सहमति के मुकाबले ढाई गुना ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। अजीज ने कहा कि पाकिस्तान के लिए एफ-16 विमान अहम थे, लेकिन इसका इस्तेमाल आतंक विरोधी अभियान में जेएफ-17 थंडर की तरह ही होना था।
जेएफ-17 थंडर फाइटर जेट्स को संयुक्त रूप से एविएशन इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन ऑफ चाइना और पाकिस्तान ने डिवेलप किया है। इसे पाकिस्तानी एयरोनौटिकल कॉम्पलेक्स में विकसित किया गया है। जेएफ-17 के बारे में कहा जाता है कि यह पाकिस्तानी एयर फोर्स की रीढ़ की हड्डी है। जेएफ-17 आकाश में टोह लेने, ग्राउंड अटैक और एयरक्राफ्ट रोकने की भूमिका अदा करता है। यह कई तरह के हथियारों को ले जाने में सक्षम है, जिसमें एयर टु एयर और एयर टु सरफेश मिसाइल भी शामिल हैं। इसके साथ ही यह 23 एमएम जीएसएच-23-2 ट्विन-बैरल ऑटोकैनन से भी लैस है।