सार्वजनिक होंगी पीएम मोदी की डिग्रियां
CIC ने दिल्ली और गुजरात यूनिवर्सिटी को दिया निर्देश
नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय और गुजरात विश्वविद्यालय को नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यताओं के बारे में सभी आरटीआई आवेदनों का जवाब देने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक करने को लेकर उठ रही मांगों के बीच सीआईसी से यह निर्देश दिया है।
खबरों के मुताबिक, सीआईसी ने पीएमओ को प्रधानमंत्री की डिग्री का ब्योरा दिल्ली विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है ताकि संबन्धित सूचना का पता लगाकर उसकी जानकारी दी जा सके।
चुनाव आयोग में दायर हलफनामे के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद को दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और गुजरात विश्वविद्यालय से परास्नातक बताया है।
इससे पहले दिल्ली ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सूचना आयोग को लिखी चिट्ठी में प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाए थे और आयोग से पीएम की शिक्षा से जुड़ी जानकारी सावर्जनिक करने की मांग की थी।
सीआईसी को लिखी चिट्ठी में सीएम केजरीवाल ने लिखा, मुझे पता चला है कि आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की डिग्री से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी है। आरोप लग रहे हैं कि नरेंद्र मोदी जी के पास कोई डिग्री नहीं है। ऐसे में पूरे देश की जनता सच्चाई जानना चाहती है। फिर भी आपने उनकी डिग्री से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करने से मना कर दिया। आपने ऐसे क्यों किया? यह तो गलत है।
इससे पहले, इस महीने की शुरुआत में दिल्ली विश्वविद्यालय ने आरटीआई के तहत मांगी गई पीएम मोदी की स्नातक डिग्री से जुड़ी जानकारी देने से इनकार कर दिया था। विश्वविद्यालय का कहना था कि उसके पास उनके रोल नंबर का विवरण नहीं है, जो कि ऐसी सूचना देने के लिए जरूरी होती है।
इसके अलावा दिल्ली के एक निवासी द्वारा दायर आरटीआई याचिका भी खारिज कर दी गई थी, जिसमें कि उसने पूछा था वर्ष 1978 में नरेंद्र मोदी नाम के कितने लोगों ने पत्राचार के जरिये बीए पास की थी। तब विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इस आरटीआई को खारिज कर दिया था।