ओला माइक्रो ने भारत के 75 शहरों तक किया विस्तार
भारत के प्रमुख मोबिलिटी ऐप, ओला ने आज घोषणा की कि इसकी नवीनतम कैटगरी, ओला माइक्रो ने अब भारत के 75 शहरों तक अपना विस्तार कर लिया है। लाॅन्च के बाद महज सात हफ्तों के रिकाॅर्ड समय में यह ओला की सबसे तेजी से बढ़ने वाली श्रेणी बन चुकी है। ओला माइक्रो कंपनी का नवीनतम किफायती एसी कैब पेशकश है जिसे 6 रु./किमी की दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। फरवरी 2016 के उतरार्द्ध में अपने लाॅन्च के बाद से अब तक इसे प्राप्त भारी लोकप्रियता एवं मांग के मद्देनजर, यह सेवा भारत के मात्र 7 शहरों से बढ़कर 75 शहरों तक पहुंच गई है।
जहां अपनी आकर्षक दरों के मद्देनजर, ओला माइक्रो नियमित कैब यात्रा के लिए बड़े शहरों में उपयोगकर्ताओं के बीच काफी लोकप्रिय रहा है, वहीं यह अनूठी पेशकश टायर 2 और टायर 3 शहरों में भी बेहद लोकप्रिय रही है। विस्तार के अपने दूसरे चरण में, ओला माइक्रो को उन ‘भावी महानगरों’, नगरों और शहरों में लाया गया, जो तेजी से बढ़ते हुए बाजार हैं और जिनमें अगला महानगर बनने की अपार संभावना मौजूद है। विस्तार के सबसे हाल के चरणों में इसे ऐसे छोटे-छोटे शहरों तक ले जाया गया है, जहां आवागमन के बहुत ही सीमित साधन मौजूद हैं। माइक्रो के पास निकट भविष्य में इनमें से प्रत्येक शहर में सर्वाधिक उपयोग किये जाने वाले आवागमन साधन के रूप में बढ़ने की क्षमता मौजूद है।
ओला के हेड आॅफ कैटगरीज एवं सीएमओ, रघुवेश सरूप ने कहा, ‘‘ओला माइक्रो अपने लाॅन्च के महज कुछ हफ्तों के भीतर ही काफी तेजी से लोकप्रिय हुआ है और लोगों के बीच इसकी स्वीकार्यता बढ़ी है, जिसने हमें थोड़े से ही समय में इसे 75 से अधिक शहरों तक ले जाने के लिए विवश किया। ओला माइक्रो के साथ, हम लाखों भारतीयों के लिए मात्र 6 रु./किमी की किफायती दर पर आरामदेह एसी कैब की सवारी उपलब्ध करा रहे हैं। जैसा कि हमने एक महीने पहले अनुमान लगाया था, ओला माइक्रो हमारे प्लेटफाॅर्म पर सबसे तेजी से बढ़ने वाला कैटगरी बन चुका है। यह नई श्रेणी और इसकी तीव्र सफलता लाखों भारतीयों के बीच आवागमन के प्रमुख विकल्प के रूप में ओला की लोकप्रियता का सबूत है। हम ग्राहकों और सहयोगियों की अनूठी स्थानीय आवश्यकताएं पूरी करते हुए नई-नई चीजें लाते रहेंगे, और हम आने वाले समय में एक बिलियन भारतीयों के लिए आवागमन साधनों को तैयार करने के प्रति वचनबद्ध हैं।’’
भारतीय मोबिलिटी बाजार में ओला की अग्रणी स्थिति ऐसी श्रृंखलाबद्ध श्रेणीगत नवप्रवर्तनशीलताओं से अधिक दृढ़ हुई है, जिनसे अनूठी स्थानीय आवश्यकताएं पूरी होती हैं, जैसे‘- मांग के आधार पर आॅटो-रिक्शा, शटल सर्विसेज एवं दिल्ली – एनसीआर में ई-रिक्शा, जिसे हाल ही में भारत के माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने लाॅन्च किया था।