नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम, खाक हुआ प्रकृति का इतिहास
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अति व्यस्त इलाके मंडी हाउस स्थित फिक्की ऑडिटोरियम भवन परिसर में म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री की इमारत में मंगलवार को तड़के भीषण आग लग गई। आग इमारत के सबसे ऊपरी फ्लोर में लगी और धीरे धीरे बाकी मालों में भी फैल गई। सूत्रों के हवाले से ख़बर आ रही है कि इमारत की सिर्फ़ पहली मंज़िल को नुक़सान नहीं पहुंचा है लेकिन दूसरी से लेकर छठी मंज़िल तक इमारत जलकर ख़ाक हो गई है। ऐसे में साफ़ है कि यह नुक़सान बहुत बड़ा है और काफी सामान जल गया है।
आग पर काबू पाने की कोशिश करते हुए छह फायरमैन गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, उनकी हालत नाजुक है। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग पर काबू पाने में दमकलकर्मियों को लगभग चार घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी, जिसके बाद तापमान कम करने के लिए चलाया गया अभियान कुछ और घंटे चला।
इस परिसर में स्थित फिक्की ऑडिटोरियम और फिक्की का हेडक्वॉर्टर सुरक्षित बताए जा रहे हैं। आग आधी रात के बाद करीब पौने दो बजे लगी। सूचना मिलते ही दमकल के 35 वाहन मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गए। भवन की इस मंजिल में रिनोवेशन का काम चल रहा है। आग क्रमश: अन्य मंजिलों में फैल गई।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आग एसी में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी। दमकल अधिकारियों का कहना है कि जिस वक्त आग लगी तब म्यूजियम में बहुत कम लोग थे जिन्हें दमकल कर्मियों ने बाहर निकाल लिया। आग लगने के कारण फिलहाल ज्ञात नहीं हो सके हैं। फिलहाल मौके पर दमकल कर्मी और पुलिस कर्मी मौजूद हैं और हालात को नियंत्रित करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
राजेश पनवार, डिप्टी चीफ़ फ़ायर ऑफ़िसर ने एनडीटीवी को बताया कि ऐसा लगता है कि इस इमारत में फ़ायर सिस्टम तो लगा था लेकिन वह ख़राब है। इसलिए आग बुझाने में देरी हुई।
नयी दिल्ली में राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय की स्थापना 1972 में की गई थी। यह भारत के उन दो संग्रहालयों में से एक है जो प्राकृतिक इतिहास से संबंधित हैं। यह पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के तहत काम करता है।