अरुणाचल में श्रमिक कैंप पर गिरी चट्टानें, 15 मज़दूरों की मौत
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में मूसलाधार बारिश के कारण हुए एक भूस्खलन की चपेट में मजदूरों का एक शिविर आ गया जिसमें कम से कम 15 श्रमिकों की मौत हो गई और 2 अन्य लापता हैं।
हादसे की जगह करीब 7500 फीट ऊंची है। पुलिस अधिकारी नबीन पायेंग ने बताया कि भूस्खलन तवांग में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर हुआ जो एक लेबर कैंप को बहा ले गया। तीन मजदूर इस आपदा से बच पाने में कामयाब रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त (मुख्यालय) लोड गमबो ने बताया कि तड़के तीन बजे यह घटना उस समय हुई जब 17 श्रमिक शिविर के भीतर निर्माण कार्य में लगे हुए थे। यह स्थान तवांग शहर से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
गमबो ने बताया, ‘सीमावर्ती जिले के कई स्थानों पर पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। गमबो ने बताया कि बचाव अभियान जारी है और मलबे को हटाने के लिए दो जेसीबी को काम पर लगाया गया है।’
भूस्खलन के कारण न्यू लेबरांग और सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बीच पीडब्ल्यू रोड भी बंद है। इलाके की रिहायशी इमारतों को नुकसान पहुंचने की भी खबरें हैं। जिले में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है जिसके कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं और इससे जल विद्युत परियोजना किटपी के चरण एक और चरण दो को भारी नुकसान पहुंचा है।
बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका और नुकसान के कारण दोनों बिजली स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। हालात को गंभीरता से लेते हुये डीसी डुली कमदुक ने संबंधित विभाग को आकलन और कार्रवाई के बारे में विस्तृत रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।