श्नाइइडर के MD अनिल चौधरी को मिला फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
नई दिल्ली: ऊर्जा प्रबंधन और ऑटोमेशन में वैश्विक विशेषज्ञ श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के एमडी और कंट्री प्रेसिडेंट अनिल चैौधरी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार लीजिजयन ऑफ ऑनर मिला है । यह पुरस्कार 220 साल के पेशेवर करियर के दौरान फ्रांस के समाज के लिए किए गए अतुलनीय योगदादान के लिए दिया गया है। यह एक नागरिक की उपलब्धि को मिला बड़ा सार्वजनिक सम्मान है। यह पुरस्कार 18 अप्रैल को रेजिडेंसस ऑफ फ्रांस, नई दिल्ली ममें एक कार्यक्रक्रम के दौरान भारत में फ्रांस के उच्चायुक्त एच. ई. श्री फ्रांस्वां रिशियर द्वारा दिया गया। इस दौरान उच्चायुक्त के साथ ही फ्रांसीसी दूतावास और भारतत सरकार के प्रशासनिक अधिकारी, भारत के उद्योग जगत के सदस्य और श्री चौधरी के परिजन व साथी मौजूद रहे। श्री चौधरी को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार शेवालिया डडे ला लेजियनन डिऑनियर (नाइट ऑफ दी लीजियन ऑफ ऑनर) उनके करियर की शुरुआत से ही फ्रांस के संगठनों के साथ उनकी भागीदारी के माध्यम से भारत-फ्रांस संबंधों को मजबूत बनानने में किए गए योगदान के लिए दिया गया। श्री चौधरी ने तीन दशकों के दौरान भारत और दुनिया में फ्रांस के कारोबारी हितों के लिए काम किया। इस दौरान श्री चौधरी ने बुनियादी ढांचा विकास, जलवायु परिरिवर्तन, भारत–फ्रांस आर्थिक संबंध, ऊर्जा और कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। श्नाइडर इलेक्ट्रिक इंडिया के एमडी और कंट्री हेड अनिल चौधरी ने पुरस्कार ग्रहण करते हुए कहा,‘‘यह गर्व की बात है कि मुझे फ्रांस के दूतावास में इतना बड़ा सम्मान दिया गया है। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का पुराना इतिहास रहा हैै और इस पुरस्कार को पाने वालों ककी लंबी सूची देखकर मैं बहुत अभिभूत हू और इस पुरस्कार से जुड़े सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हुआ हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर अपनी जिंदगी से जुड़े सभी लोगों का आभार प्रकट करता हूं, उनके बिना यह उपलब्धि संभव नहीं होती। मैं हर संभव तरीके से भारत फ्रांस गठजोड़ को मजबूत बनाने की दिशा में काम कररता रहूंगा।’’ पुरस्कार देते हुए उच्चायुक्त फ्रांस्वां रिशियर ने कहा, ‘मुझे अनिल चौधरी को यह पुररस्कार देकर खासी खुशी हुई है, जिनकी कुशाग्रता और विजन ने भाारत में फ्रांस के कारोबार को प्रोत्साहन देने में उल्लेखनीय योगदान किया है, जो किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए जरूरी है।