देश की अर्थव्यवस्था में औरतों के योगदान बहुत महत्वपूर्ण है: पायूश एंटोनी
उर्दू, अरबी-फ़ारसी यनिवर्सिटी में महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा विषय संगोष्ठी का आयोजन
लखनऊः ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फ़ारसी विश्वविद्यालय में गृहविज्ञान विभाग और जनसंचार एण्ड पत्रकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन Social Security of Women in India के विषय पर हुआ । संगोष्ठी में मिस पायूश एंटोनी, पी0पी0ई0 स्पेस्लिस्ट यूनीसेफ ने अपने देश की अर्थव्यवस्था में औरतों के योगदान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा हम औरतों की रक्षा के बारे में ऐसे समाज में सोच भी नहीं सकते जहां 85 प्रतिशत लोग निर्भर है
इसी क्रम मे Portrayal of Women on Visual Media and Its Impact on their Scocial Security विषय पर एक पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया जिसमें कमाल खान, रेसीडेंट एडीटर, एन0डी0टी0वी0 लखनऊ, अर्चना मिश्रा, मार्केटिंग मैनेजर आउटलुक, नई दिल्ली, बेगम शहनाज सिदरत, प्रमुख बज्म-ए-ख्वातीन, नाईश हसन, समाजिक कार्यकर्ता एवं लेखिका तथा प्रो0 गोविंद पाण्डेय, अंबेडकर विश्वविद्यालय ने महिलाओं से जुडे़ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की । इस सत्र में महिलाओं के मीडिया, विज्ञापन तथा सिनेमा में चित्रण को लेकर कई पक्ष रखे गये जिससे विद्यार्थियों को महिला सुरक्षा को देखने का एक नया नजरिया मिला।
कार्यक्रम के समापन सत्र की अघ्यक्षता नरेंद्र देव विष्वविद्यालय की प्रोफेसर एवं डीन सुमन भानौत ने की। इस सत्र में लखनऊ विश्वविद्यालय के डा0 मुकुल श्रीवास्तव, भारतीय सेना के कर्नल एफ0यू0 अहमद, सी0एस0ए0 विष्वविद्यालय कानपुर की डा0 मुक्ता गर्ग तथा एस0आर0एम विष्वविद्यालय के डा0 रितेश चौधरी ने साइबर क्राइम, धरेलू हिंसा, न्यायिक व्यवस्था जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की।
कार्यक्रम का संयोजन पत्रकारिता विभाग की रूचिता सुजाॅय चैधरी तथा गृहविज्ञान विभाग की तत्हीर फात्मा तथा कार्यक्रम का संचालन व्यवसायिक प्रबंधन की दोआ नकवी व पत्रकारिता विभाग की अर्चना सविता के द्वारा किया गया।