जानकीपुरम वारियर्स, डीएसडी लखनऊ सेमीफाइनल में
IGCL में मोहित का आतिशी शतक, धर्मेंद्र का हरफनमौला प्रदर्शन
लखनऊ। मोहित (110) के आतिषी शतक की सहायता से जानकीपुरम वारियर्स ने इंडियन ग्रामीण क्रिकेट लीग (आईजीसीएल) में बुधवार से षुरू हुए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में संत तुलसीदास पीजी कॉलेज, कादीपुर को 15 रन से हराते हुए सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनी। एलडीए स्टेडियम में एक अन्य क्वार्टर फाइनल में डीएसडी लखनऊ ने स्लोपाईजन सरोजनीनगर को नौ विकेट से हराकर अंतिम चार मेें प्रवेश किया।
जानकीपुरम वारियर्स बनाम संत तुलसीदास पीजी कॉलेज, कादीपुर के मध्य पहले क्वार्टर फाइनल में जानकीपुरम वारियर्स ने 15 रन से जीत दर्ज की। कादीपुर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। जानकीपुरम वारियर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 16 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 201 रन बनाये। इसमें मोहित ने 49 गेंदों में नौ चौके व नौ शानदार छक्के जड़ते हुए 110 रन बनाते हुए आतिशी शतक पूरा किया। वहीं टीम के स्कोर में नीलेंद्र का भी अहम योगदान रहा जिन्होंने 27 गेंदों पर दो चौकों व तीन छक्के की सहायता से 40 रन ठोंके। जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए कादीपुर 15.5 ओवर में 137 रन ही बना सकी। टीम की ओर से नीरज मौर्या ने 35 व विपिन ने 23 रन का योगदान किया। जानकीपुरम से आरपी ने चार ओवर में 24 रन देकर चार विकेट चटकाए। जानकीपुरम की जीत में शतक जड़ अहम योगदान देने वाले मोहित को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।
दूसरे क्वार्टर फाइनल में डीएसडी लखनऊ ने मैन ऑफ द मैच धर्मेंद्र (चार विकेट) के हरफनमौला प्रदर्शन की सहायता से स्लोपाईजन सरोजनीनगर को नौ विकेट से मात दी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए स्लोपाईजन की टीम 14.2 ओवर में 107 रन ही बना सकी। नन्हें ने 12 गेंदों पर तीन छक्कों की सहायता से सर्वाधिक 23 रन बनाए। डीएसडी से धर्मेंद्र ने चार ओवर में 16 रन देकर चार विकेट चटकाए। जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए डीएसडी ने आठ ओवर में मात्र एक विकेट के नुकसान पर जीत के लिए आवष्यक रनों का लक्ष्य पा लिया। टीम की जीत में धर्मेंद्र ने अहम योगदान करते हुए बल्लेबाजी में भी षानदार हाथ दिखाए और 31 गेंदों में पांच चौके व सात छक्कों की सहायता से 65 रन की अर्धषतकीय पारी खेली। वहीं धीरज ने 14 गेंदों में एक चौके व पांच छक्के की सहायता से 38 रन ठोंक डाले।