टैक्स हैवन के इस्तेमाल में 500 से ज्यादा भारतीय
नई दिल्ली: ‘पनामा पेपर्स’ के आंकड़े लीक होने से अब तक के सबसे बड़ा खुलासा हुआ है। पनामा की लॉ फर्म मोसेक फोंसेका की 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा बेहद खुफिया दस्तावेज लीक हो गये है। इन दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि कैसे दुनिया के ताकतवर और प्रभावशाली लोग टैक्स हैवन का इस्तेमाल कर अपनी बेशुमार दौलत को छिपाते हैं।
टैक्स हैवन में दौलत छुपाने वालों की सूची में नेता, अभिनेता, खिलाड़ी, व्यापार से जुड़ी कई नामचीन हस्तियों के नाम हैं। इसमें कई बड़े नाम हैं। उनमें पाकिस्तान के वर्तमान पीएम नवाज शरीफ, पाक के पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो, चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, मिश्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद, बार्सिलोना के खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी हैं। इसके लपेटे में 70 से ज्यादा वर्तमान या पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और तानाशाह आ गए हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार टैक्स हैवन में दौलत छुपाने वालों में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन, डीएलफ के मालिक केपी सिंह और गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी भी शामिल हैं। इस सूची में 500 से ज्यादा भारतीय हैं।
इन दस्तावेजों की जांच 100 से भी ज्यादा मीडिया समूहों ने की है और इसे इतिहास की ऐसी सबसे बड़ी जांचों में से एक करार दिया है। इस जांच में लगभग 140 राजनीतिक हस्तियों की संपत्ति से जुड़ी गुप्त सौदेबाजी को उजागर किया गया। इन राजनीतिक हस्तियों में 12 मौजूदा या पूर्व राष्ट्र प्रमुख शामिल हैं।
इतनी बड़ी संख्या में ये रिकॉर्ड जर्मन अखबार सुडूशे जीतुंग ने एक अज्ञात सूत्र से प्राप्त किए हैं और इसे अंतरराष्ट्रीय खोजी पत्रकार संघ (आईसीआईजे) के जरिए दुनिया भर के मीडिया के साथ साझा कर दिया। आईसीआईजे ने कहा कि इस जांच के तहत विदेशों में स्थित 2.14 लाख प्रतिष्ठानों से 1.15 करोड़ दस्तावेज प्राप्त किए गए। लीक हुए दस्तावेज पनामा की विधि फर्म मोजैक फोंसेका से आए। इस फर्म के 35 से भी अधिक देशों में दफ्तर हैं।
जिन लोगों के नाम दस्तावेजों की इस भारी लीक में सामने आए हैं, उनपर इसका गंभीर राजनीतिक असर पड़ सकता है। आईसीआईजे की जांच में जिन लोगों के बारे में मुख्य दावे किए गए हैं, उनमें पुतिन के करीबी सहयोगी शामिल हैं। इन्होंने ‘बैंकों और छद्म कंपनियों के जरिए दो अरब डॉलर का गुप्त घालमेल किया।’
आईसीआईजे ने कहा कि इन दस्तावेजों में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के परिवार का विदेशी कंपनियों से संबंध सामने आया है। शी खुद अपने देश में कड़ा भ्रष्टाचार रोधी अभियान चला चुके हैं। आइसलैंड में इन दस्तावेजों में प्रधानमंत्री सिगमुंदर डेविड गुनलॉग्सन और उनकी पत्नी द्वारा विदेशी कंपनी का गुप्त स्वामित्व रखने की बात कही गई है। इस कंपनी ने देश के आर्थिक संकट के दौरान लाखों डॉलर आइसलैंडिक बैंक बॉण्डों के रूप में रखे थे।
फीफा के आचार-नीति समिति के एक सदस्य जुआन प्रेडो दामियानी की विधिफर्म के उन तीन लोगों के साथ कारोबारी संबंध थे, जिनपर फीफा स्कैंडल में अभियोग लगाया गया था। ये तीन लोग थे- फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष ई. फिगुरेडो, ह्यूगो जिंकिस और उनका बेटा मरियानो। इनपर लातिन अमेरिका में फुटबॉल प्रसारण अधिकार हासिल करने के लिए रिश्वत देने का आरोप था।
अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी मेस्सी और उसके पिता का पनामा की कंपनी मेगा स्टार एंटरप्राइजेज इंक पर स्वामित्व है। यह एक शेल कंपनी है, जो पिता-पुत्र के कर मामलों की स्पैनिश जांच में सामने नहीं आई थी। फ्रांसटीवीइंफो ने फुटबॉल जगत से यूईएफए के अध्यक्ष माइकल प्लेटिनी को पनामा स्थित कर कंपनी का लाभार्थी बताया है। फ्रांसटीवीइंफो ने हालांकि यह भी कहा है कि किसी अवैध गतिविधि का आरोप नहीं लगाया गया है।
प्लेटिनी की संचार सेवा ने एएफपी को भेजे गए एक बयान में कहा गया कि ‘उसके सभी खातों और संपत्तियों की जानकारी स्विट्जरलैंड के टैक्स अधिकारियों को है। वह वर्ष 2007 से वहां का करदाता है।’
उधर पनामा सरकार ने ‘पनामा पेपर्स’ के आंकड़े लीक होने के मद्देनजर शुरू की जा सकने वाली हर प्रकार की कानूनी जांच में पूरा सहयोग करने का संकल्प लिया है। पनामा सरकार ने एक बयान में कहा, ‘पनामा सरकार कोई कानूनी कदम उठाए जाने की स्थिति में हर प्रकार की आवश्यक सहायता या हर प्रकार के अनुरोध में पूरी तरह सहयोग करेगी।’ पनामा आंकड़े लीक होने के कारण हुए इन खुलासों से जूझ रहा है कि उसकी एक हाई प्रोफाइल लेकिन गोपनीय विधि फर्म मोस्साक फोंसेका ने टैक्स अधिकारियों से पूंजी को छुपाने में विश्व भर के कई बड़े नेताओं और चर्चित हस्तियों की कथित रूप से मदद की। इन लीक आंकड़ों को कई मीडिया संस्थानों ने दर्शाया है।