आतंकवादियों का कोई मज़हब नहीं होता: इमामे कअबा
पटना: ऐसे समय पर जब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सउदी अरब की यात्रा पर हैं, मक्का मस्जिद के एक इमाम ने इस्लाम के नाम पर हिंसा फैलाने के लिए आतंकवादियों की निंदा की और कहा कि ऐसे तत्वों ने धर्म को बदनाम किया है।
शेख सलेह मोहम्मद इब्राहिम अल तालिब ने पटना में संवाददताओं से कहा, ‘हम इस्लाम को आतंकवाद से जोड़े जाने से घृणा करते हैं। आतंकवादी विभिन्न देशों में अपने द्वारा की जा रही हिंसा को मजहब के नाम पर जायज ठहराते हैं जो गलत है। मजहब कभी भी, किसी भी रूप में किसी को भी, किसी के खिलाफ हिंसा का उपदेश नहीं देता है।’
इमाम ने कहा कि ऐसे तत्वों का कोई मजहब नहीं होता। ‘वे (आतंकवादी) तो अपने अनुयाइयों तक को नहीं बख्शते। वे मस्जिदों में हमले करते हैं जहां लोग नमाज पढ़ रहे होते हैं।’ उन्होंने कहा कि इस्लाम शांति, सद्भाव और अन्य मजहबों के लिए सम्मान का संदेश देता है।
इमाम ने कहा कि सउदी अरब आतंकी गतिविधियों से घृणा करता है और आतंकी गतिविधियों के बारे में दूसरे देशों को अहम सुराग देता है। कई मामलों में रियाद द्वारा दूसरे देशों से साझा की गई सूचनाओं के आधार पर हमलों की या तो साजिश विफल कर दी गई या हमलों को शुरू में ही नाकाम कर दिया गया।