न्यूजीलैंड को पीट इंग्लैंड विश्व कप के फाइनल में
नई दिल्ली: बेन स्टोक्स ने गेंदबाजी और जेसन रॉय ने बल्लेबाजी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया, जिससे 2009 के चैंपियन इंग्लैंड ने फिरोजशाह कोटला में अब तक अजेय रहे न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराकर बड़ी शान के साथ आईसीसी वर्ल्ड टी-20 के फाइनल में कदम रखा। रॉय ने 44 गेंदों पर 11 चौकों और दो छक्कों की मदद से 78 रन बनाए। वह पहले ओवर से ही हावी हो गए, जिससे इंग्लैंड ने शुरुआती 10 ओवरों में ही 98 रन जुटाकर अपनी जीत सुनिश्चित कर दी थी। उनके अलावा जो रूट ने नाबाद 27 रन बनाए, जबकि जोस बटलर ने 17 गेंदों पर दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से नाबाद 32 रन की तूफानी पारी खेली। इंग्लैंड ने केवल 17.1 ओवर में तीन विकेट पर 159 रन बनाकर 17 गेंद शेष रहते हुए जीत दर्ज की। बटलर ने विजयी छक्का लगाया।
इससे पहले ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की, जिससे इंग्लैंड ने आखिरी दस ओवरों में अच्छी वापसी करके एक समय बेहतर स्थिति में दिख रहे न्यूजीलैंड को आईसीसी विश्व टी-20 के पहले सेमीफाइनल में आज यहां आठ विकेट पर 153 रन ही बनाने दिए। कोलिन मुनरो ने न्यूजीलैंड की तरफ से सर्वाधिक 46 रन बनाए। उन्होंने और कप्तान केन विलियमसन (32) ने दूसरे विकेट के लिए 8.2 ओवर में 74 रन जोड़कर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया था, लेकिन इसके बाद इंग्लैंड ने कसी हुई गेंदबाजी की।
कोरे एंडरसन ने 23 गेंदों पर 28 रन बनाए। कीवी बल्लेबाजों ने लंबे शॉट खेलने के प्रयास में अपने विकेट गंवाए, जबकि डेथ ओवरों में स्टोक्स (26 रन देकर तीन विकेट) का कहर उन पर भारी पड़ा। न्यूजीलैंड को टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा। इस मैच में वापसी करने वाले मार्टिन गुप्टिल अपने बल्ले के तीखे मिजाज में किसी तरह का बदलाव नहीं करना चाहते थे और यह उन्होंने डेविड विली की पहली गेंद को प्वाइंट से चार रन के लिए भेजकर जाहिर भी कर दिया था, लेकिन फिर से वह लंबी पारी खेलने में नाकाम रहे। विली के अगले ओवर की पहली गेंद स्विंग लेकर गुप्टिल के बल्ले को चूमती हुई विकेटकीपर जोस बटलर के पास पहुंच गई। इससे पहले हालांकि गुप्टिल और विलियमसन ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय में जोड़ीदार के रूप में 1000 रन पूरे किए।
मुनरो भला कहां पीछे रहते। उन्होंने लेग स्पिनर राशिद की गेंद छह रन के लिए भेजी, लेकिन इस छक्के की खासियत यह थी कि इसे स्विच हिट जैसी शैली से लगाया गया था। स्टोक्स और राशिद के प्रभावहीन रहने के बाद मोईन अली को गेंद सौंपी गई और उन्होंने विलियमसन को अपनी गेंद पर कैच करके इंग्लैंड को दूसरी सफलता दिलाई। विलियमसन ने अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया।
इसके बाद न्यूजीलैंड की लय बिगड़ने लगी। बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल पा रहे थे और ऐसे में मोईन ने प्लंकेट की गेंद पर थर्डमैन क्षेत्र में मुनरो का कैच भी लपक दिया। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज की 32 गेंदों की पारी में सात चौके और एक छक्का शामिल है। उनका स्थान लेने के लिये आये रोस टेलर (छह) किसी भी समय रंग में नहीं दिखे। उन्होंने जोर्डन की गेंद पर लंबा शाट खेला भी, लेकिन मोर्गन ने उसे सीमा रेखा पर बड़ी खूबसूरती से कैच में बदल दिया।
स्टोक्स ने इसके बाद ल्यूक रोंची (तीन) और एंडरसन दोनों को लगातार गेंदों पर लंबे शॉट खेलने के लिए ललचाया। इन दोनों के कैच लपकने में इंग्लैंड के क्षेत्ररक्षकों ने गलती नहीं की, जिससे न्यूजीलैंड की डेथ ओवरों में तेजी दिखाने की उम्मीदों पर पानी फिर गया।