दिल्ली सरकार ने पेश किया 46,600 करोड़ रूपये का वाषिर्क बजट
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने 2016-17 के लिए 46,600 करोड़ रपये का वाषिर्क बजट पेश किया है। दिल्ली के वित्तमंत्री और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने यह बजट प्रस्तुत करते एक शेर पढ़ा “जितना तुमने रोकना चाहा उड़ान से, उतनी हमारी दोस्ती हुई उड़ान से” और ऑड- ईवन को कामयाब बनाने के लिए दिल्ली की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि इसी के कारण दिल्ली सीएम दुनिया के 50 महान नेताओं में शामिल हुए हैं।
वित्तमंत्री सिसौदिया ने अपने बजट के भाषण में कहा कि नगर निगम को करीब 1000 करोड़ ज़्यादा मिलेंगे यानि रकम को 5908 से बढ़ाकर 6919 करोड़ रुपये कर दिया गया है। स्वराज निधि योजना में 350 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है और अब हर विधानसभा में मोहल्ला सभा बनेगी और उसका बजट बनेगा। पूरी दिल्ली में कुल करीब 3000 मोहल्ला सभा होंगी, इसके अलावा आम आदमी कैंटीन शुरू होगी जिसके लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। इस काम को अंजाम देने के लिए ब्यूरो ऑफ अफोर्डेबल मील की स्थापना भी की जाएगी।
शिक्षा के क्षेत्र में 21 नए स्कूल भवन बनकर तैयार हुए है, 8,000 नए क्लासरूम बन रहे हैं जिनको जुलाई से इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे। सभी स्कूलों में सीसीटीवी लगाने के लिए 100 करोड़ आवंटित किए गए हैं और टीचर ट्रेनिंग के लिए 102 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। कुल 10,690 करोड़ रुपये शिक्षा के लिए रखे गए हैं। वहीं स्वास्थ्य में इस साल के अंत तक 1000 मोहल्ला क्लिनिक के लिए टेंडर जारी किए जाएंगे। 100 मोहल्ला क्लिनिक तुरंत खोले जाएंगे और 150 पॉली क्लिनिक खोलने की योजना है जिनमें से 22 चालू हो चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में अगले 2 साल में 10,000 नए बेड शामिल हो जाएंगे। बजट का कुल 16 प्रतिशत यानि 5269 करोड़ रुपए स्वास्थय पर खर्च किया जाएगा।
जहां तक वैट की बात है तो सभी घड़ियों पर 12.5 फीसदी, सभी टेक्सटाइल और हैंडलूम पर 5 फीसदी (इसमें खादी शामिल नहीं), बैटरी से चलने वाले वाहन, मिठाई नमकीन, सभी रेडी मेड गारमेंट, मार्बल और सभी फुटवियर तथा स्कूल बैग पर वैट 12.5 से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है। बिजली पर सब्सिडी जारी रखने के लिए करीब 1600 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पिछली बार की बदौलत 178 करोड़ रुपये पानी के बिल ज़्यादा वसूल हुए क्योंकि लोगों ने पानी बचाया, मीटर लगाया और बिल चुकाया। दिसंबर 2017 तक दिल्ली की सभी कच्ची कॉलोनी में घरों में पानी होगा। इस साल करीब 300 कॉलोनी में पानी पहुँच जाएगा जिसके लिए 676 करोड़ रुपये आवंटित किए जाने का फैसला लिया गया है।
ट्रांसपोर्ट की बात करें तो 325 करोड़ रुपए बस खरीदने के लिए रखे गए हैं। 1000 नई बसें खरीदी जाएंगी, ई-रिक्शा के लिए सब्सिडी 15000 से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दी गई है। 248 नयी मेट्रो फीडर बसें आएंगी, मेट्रो के लिए 763 करोड़ रुपये रखे गए हैं। इस साल 11 सड़कों को री-डिज़ाइन किया जाएगा जिससे पैदल, सार्वजनिक परिवहन, साइकिल के अनूकूल हो जाए। इन सबके लिए 2208 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे।
अपने भाषण में सिसौदिया ने कहा कि ‘दिल्ली के लोग 1.3 लाख करोड़ का टैक्स दे रहे हैं लेकिन केंद्र केवल 325 करोड़ रुपये ही दिल्ली को दे रहा है। इसके बावजूद हमारा बजट 95 फीसदी हमारे अपने संसाधन पर निर्भर है।’