चार रैलियां कर मोदी ने असम में फूंका चुनावी बिगुल
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में शनिवार को बीजेपी के चुनावी अभियान का बिगुल फूंक दिया। उन्होंने पहली रैली तिनसुकिया, दूसरी माजुली, तीसरी बोकाखाट और चौथी बिहपुरिया में की। इसके बाद पीएम मोदी जोरहाट में भी रैली को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर पीएम ने कहा कि असम के सारे सपने पूरे किए जाएंगे। तिनसुकिया में पीएम ने संबोधन के दौरान कहा, ‘मेरे तीन एजेंडे हैं- पहला एजेंडा विकास, दूसरा तेज गति से विकास और तीसरा एजेंडा चारों तरफ विकास’, वहीं माजुली में उन्होंने सर्बानंद सोनोवाल को अपनी सरकार का उत्तम मंत्री बताया था। उन्होंने लोगों से बीजेपी के लिए वोट करने की अपील भी की। गौरतलब है कि असम में अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को असम के रंगपारा और करीमगंज में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे और इसके बाद दिल्ली के लिए वापस रवाना हो जाएंगे। असम में दो चरणों में चुनाव के लिए 4 और 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। 19 मई को वोटों की गिनती होगी।
पीएम मोदी ने तिनसुकिया रैली में कहा, ‘यह इलेक्शन मेरे लिए कई नुकसान (लॉस) लेकर आने वाला है। दिल्ली को कई नुकसान होंगे। यह मेरे लिए निजी नुकसान हैं। मेरे बेहद प्रमुख मंत्री सोनोवाल… मुझे उन्हें केंद्र सरकार से निकालकर यहां भेजना होगा। यह मेरे लिए ‘लॉस’ लेकिन असम के लिए ‘गेन’ होगा।’
पीएम मोदी ने रैली के दौरान कहा, ‘असम के नेता, वे कुछ दिनों में 90 साल के हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘मेरी लड़ाई मोदी के साथ है। सर, आप बेहद बुजुर्ग हैं, मैं आपसे युवा हूं। मैं आपका सम्मान करता हूं। हमारी संस्कृति कहती है, युवाओं को बुजुर्गों से नहीं लड़ना चाहिए। इसलिए मेरी गोगोई से कोई लड़ाई नहीं है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत आजाद हुआ था तो असम समृद्ध राज्य था, लेकिन इतने सालों के बाद असम देश के सबसे गरीब राज्यों में शामिल है। इसे अमीर से गरीब राज्य में किसने तब्दील किया? असम के युवाओं को बेरोजगार किसने बनाया? हम असम में कभी सत्ता में नहीं रहे। मैं असम के लोगों से कहना चाहता हूं, हमें पांच साल के लिए मौका दें, असम जब भी संकट में होगा, हम उसे बाहर निकालेंगे।
प्रधानमंत्री ने अपने चिर-परिचित अंदाज में युवाओं को फोकस में रकते हुए कहा, ‘इस चुनाव के बाद असम को युवा सीएम मिलने जा रहा है। एक बार सर्बानंद सरकार बना लेंगे, तो पूरा देश देखेगा। ऐसा दिन आएगा जब बच्चों को पढ़ाया जाएगा-ए फॉर असम।