रियो के बाद थम जायेगी यूसेन बोल्ट की रफ़्तार
नई दिल्ली: रफ़्तार के बादशाह यूसेन बोल्ट रियो ओलिंपिक के बाद संन्यास लेंगे। वहीं बोल्ट ने 2020 में होने वाले टोकियो ओलिंपिक में खेलने की संभावनाओं से इंकार किया है। जमैका के एथलीट बोल्ट ने कहा कि उनकी फ़िटनेस को देखकर कोच ने 2020 खेलों में शामिल होने के लिए कहा है लेकिन वो ऐसा नहीं करना चाहते।
29 साल के वर्ल्ड चैंपियन एथलिट ने कहा, ‘रियो ओलिंपिक मेरा आख़िरी ओलिंपिक होगा। इसके बाद चार साल तक अपना मनोबल उठाना मेरे लिए काफ़ी मुश्किल होगा ख़ासकर जब मैं रियो में अपना लक्ष्य हासिल कर लेता हूं। ऐसे में 4 साल के लिए खेलना मुश्किल होगा। ऐसे में रियो मेरा आख़िरी ओलिंपिक होगा।’
ओलिंपिक खेलों में 6 गोल्ड मेडल जीत चुके बोल्ट ने 2017 के बाद पूरी तरह से संन्यास लेने का मन बना लिया है। बोल्ट ने 2008 और 2012 ओलिंपिक खेल मिलाकर 6 गोल्ड हासिल किए हैं। वैसे बोल्ट का लक्ष्य इस लिस्ट में 3 और गोल्ड मेडल जोड़ने का है।
बोल्ट ने कहा, ‘मेरा सबसे बड़ा सपना है कि रियो में तीन और होल्ड जीतकर अपनी मेडल टैली को 9 तक पहुंचा सकूं।’
इसके अलावा 2009 बर्लिन ओलिंपिक में 100 मीटर दौड़ रिकॉर्ड 9.58 सेकेंड में पूरी करने वाले एथलीट ने एक और रिकॉर्ड बनाने की इच्छा ज़ाहिर कर दी। बोल्ट ने कहा, ‘मैं संन्यास लेने से पहले कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनना चाहता हूं। मैं 200 मीटर रेस 19 सेकेंड में पूरा करने वाला पहला एथलीट बनना चाहता हूं।’ 200 मीटर का वर्ल्ड रिकॉर्ड बोल्ट के नाम है। बोल्ट ने इस रेस को 19.19 सेकेंड में बर्लिन ओलिंपिक में पूरा कर चुके हैं।