तथ्यहीन, भ्रामक और अपमानजनक ख़बरें छापने का आरोप, अखबार को ब्लैक लिस्ट करने मांग 

लखनऊ: सूचना विभाग के कर्मचारियों ने आज विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ समाचार पत्र ’निष्पक्ष प्रतिदिन’ में  तथ्यहीन, भ्रामक और अपमानजनक समाचार छापने के विरोध में सूचना भवन में ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद सूचना विभाग के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों का जुलूस प्रतिदिन के खिलाफ नारेबाजी करता हुआ बापू भवन गया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रमुख सचिव, सूचना के माध्यम से उन्हें देने का प्रयास किया। लेकिन प्रमुख सचिव, सूचना के उपलब्ध न होने के कारण बापू भवन के दोनों गेटों पर प्रदर्शन कर एनेक्सी के मुख्य द्वार पर निष्पक्ष प्रतिदिन की प्रतियां जलाकर अखबार की भर्त्स्ना की गई।  

सूचना भवन के प्रांगण में विरोध सभा को संबोधित करते हुए उप निदेशक संजय राय ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को, चाहें वह किसी भी पद पर क्यों न हो, उसे किसी का अपमान करने का अधिकार नहीं है। अपने स्वाभिमान की रक्षा की लड़ाई स्वयं ही लड़नी होती है। सूचना विभाग की प्रतिष्ठा को बचाए रखने का संकल्प सभी सूचना कर्मियों का है। अपमान सहन करना सूचनाकर्मियों की मजबूरी नहीं है। सूचना पत्रकार संघ के सचिव सुहेल वहीद अंसारी ने कहा कि प्रतिदिन अवैध अखबार है, इसका घोषणा पत्र 2012 में निरस्त किया जा चुका है। उसके बाद इसका पुनः प्रकाशन अवैध है इसके बावजूद पिछले करीब चार वर्षों में प्रतिदिन को सवा तीन करोड़ से अधिक के विज्ञापन जारी किया जाना जांच का विषय है। मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय निर्मल ने कहा कि किसी भी समचार पत्र को इतने घटिया स्तर पर उतर कर व्यवहार नहीं करना चाहिए। मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ के महामंत्री युवराज सिंह परिहार ने कहा कि प्रतिदिन को अब सूचना विभाग से किसी भी प्रकार की कोई प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। उच्चाधिकारी निर्देश देने के बावजूद इस अखबार को विज्ञापन निर्गत नहीं किए जाएंगे।

प्राविधिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राकेश मिश्र ने कहा कि प्रतिदिन की गुंडागर्दी अब किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, उन्होंने कहा कि इस अखबार को बिल्कुल तवज्जो देने की जरूरत नहीं है। वाहन चालक संघ के सचिव सरवर अली ने कहा कि किसी भी अखबार को उसके स्तर के अनुरूप ही विज्ञापन मिलने चाहिए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के महामंत्री पीएन पांडे ने कहा कि किसी भी हालत में सूचना विभाग की मानहानि बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सूचनाकर्मियों ने प्रदर्शन में इस समाचार पत्र को ब्लैक लिस्ट करने पर तत्काल निर्णय लेने, प्रतिदिन की विज्ञापन तथा प्रेस मान्यता समाप्त करने की मांग की। इसके अलावा यह भी मांग की गई कि प्रतिदिन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरु की जाए।