लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अपनी सरकार के 4 वर्ष पूरे होने के बाद 15 मार्च को मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा था कि प्रदेश की कानून व्यवस्था की अब वे अपने स्तर से मॉनीटरिंग करेंगे। उनकी घोषणा के 24 घंटे के भीतर कानपुर में वकील को दिनदहाड़े पीट-पीटकर मार डालना, जालौन में मौरंग माफिया द्वारा तीन ग्रामीणों को गोली मारकर घायल करने जैसी गंभीर घटनाओं ने दो बातें साबित कर दी हैं। 

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि अपराधियों में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कोई खौफ नहीं रह गया है और मुख्यमंत्री की ढिलाई ही अपराधियों के हौसले बुलंद कर रही है। दिखावे के लिए मुख्यमंत्री केवल कुछ पुलिस अधिकारियों के तबादले करके कार्रवाई का ढोल पीट रहे हैं लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल रहा है। जनता के जान-माल की सुरक्षा करने में असफल साबित हो चुकी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नीत सपा सरकार में पुलिस बल के हौसले पस्त हो चुके हैं। अपराधियों के बढ़े हौसले पुलिस कर्मियों पर भारी पड़ रहे हैं। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सपा सरकार के चार वर्ष के शासन काल में अबतक सबसे ज्यादा 1044 घटनाएं पुलिस कर्मियों के पिटने की हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जनता ही नहीं पुलिस बल के सम्मान की रक्षा करने में भी विफल साबित हुए हैं। अपनी नाकामी छिपाने के लिए वह हर मौके पर ऐसी घोषणा करते हैं जिससे यह लगे कि वे अगले दिन ही सबकुछ ठीक कर देंगे लेकिन ऐसा नहीं होता है। अपराधी और बढ़े हौसले के साथ अपने काम में जुट जाते हैं।