बहराईच: बीईओ की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं 3 हजार शिक्षामित्र
धनराशि अवमुक्त होने के बावजूद मानदेय से वंचित
रिपोर्ट- रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच 2 सितम्बर। शासन द्वारा धनराशि अवमुक्त किये जाने के बावजूद मानदेय भुगतान न किये जाने से बहराइच के शिक्षामित्र आर्थिक समस्या से जूझ रहे है। वही खण्ड शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा करीब तीन हजार शिक्षामित्रो को भुगतना पड़ रहा है। यह बाते उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रांतीय प्रवक्ता शिवश्याम मिश्र ने कही।
श्री मिश्र ने बताया कि सर्वशिक्षा अभियान के अन्तर्गत जिले मे 2998 शिक्षामित्र कार्यरत है जिन्हें मई माह के बाद मानदेय के नाम पर फूटी कौड़ी नहीं मिली है। 22 जुलाई को जुलाई माह के मानदेय के भुगतान करने हेतु शासन द्वारा धनराशि अवमुक्त हुई। परन्तु बीएसए व जिलाधिकारी को अवगत कराये जाने के बाद भी अब तक शिक्षामित्रो के मानदेय का भुगातन नही हो सका है।
उन्होने बताया कि जिले के खण्ड शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही शिक्षामित्रो को भुगतनी पड़ रही है। कोरोना काल में धनराशि उपलब्ध होने के बाद भी शिक्षामित्र मानदेय भुगतान को तरस रहे है। संघ के जिला मीडिया प्रभारी दुर्गेश चन्द श्रीवास्तव ने कहा कि मानदेय भुगतान न होने से शिक्षामित्र आक्रोशित है और जिले की प्रभारी जिलाधिकारी का घेराव करने की तैयारी कर रहे है। यदि शीघ्र मानदेय भुगतान न हुआ तो शिक्षामित्र उग्र आन्दोलन को विवश होंगे।
सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी ने बताया डेढ़ महीने में जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों ने जिले को जो डाटा उपलब्ध कराया है वह गलत निकला। जिससे मानदेय भुगतान नहीं किया जा सकता। विकास खण्ड मिहींपुरवा के अतिरिक्त किसी विकास क्षेत्र की सूचना मानकानुसार नहीं है। ऐसे मे सितम्बर मे भी मानदेय भुगतान होना मुश्किल लग रहा है।
दिवंगत आरक्षी के परिवार को मिले 25 लाख
एसपी की पहल पर पुलिस कर्मियो ने दिया एक दिन का वेतन
रिपोर्ट- रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच: पुलिस कप्तान की पहल पर जिले भर के पुलिस कर्मियो ने एक दिन का वेतन देकर कोरोना संक्रमण से दिवंगत पयागपुर थाने के आरक्षी की पत्नी को करीब साढ़े 25 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।
प्राप्त सूचना के अनुसार विगत दिनो पयागपुर थाने के आरक्षी गोरखपुर निवासी अनिरूद्ध प्रसाद की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई थी। आरक्षी की मौत के बाद पुलिस कप्तान की पहल पर जिले भर के पुलिस कर्मियो ने एक दिन का वेतन आर्थिक सहायता के रूप मे स्वेच्छा से प्रदान किया और करीब साढ़े 25 लाख रूपये संग्रहित होने के बाद पुलिस कप्तान डा0 विपिन कुमार मिश्र ने मृतक आरक्षी की पत्नी को आर्थिक सहायता मुहैया करायी। इस रकम से पत्नी व दो बच्चो के नाम 8-8 लाख रूपये की एफडी तथा शेष रकम मे 10 हजार रूपये नगद व अन्य अवशेष धन को मृतक आरक्षी की पत्नी के खाते में जमा कराया गया।