धीमी गति से सरकार और किसान दोनों को नुकसान: प्रवीर कुमार
कृषि उत्पादन आयुक्त ने नहर प्रणाली में सुधार की धीमी गति को तेज करने के कड़े निर्देश दिए
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार ने उ0प्र0 वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग प्रोजेक्ट द्वितीय फेज़ की गति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परियोजना निर्माण की धीमी गति पर घोर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि परियोजना की धीमी गति से सरकार और किसान को दोतरफा नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि परियोजना की धीमी गति के कारण समय से परियोजना पूरी नहीं हो रही जिससे निर्माण लागत में मात्र एक प्रतिशत की वृद्धि होने पर सरकार के खजाने को भारी चपत पड़ती है। वहीं दूसरी ओर किसान को भी फसल की उत्पादकता बढ़ाने का अवसर गंवाना पड़ रहा है जिससे उसको भी नुकसान होता है।
श्री प्रवीर कुमार आज अपने कार्यालय में सिंचाई विभाग के पैक्ट द्वारा संचालित उ0प्र0 वाटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग फेज़ -2 की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में प्रमुख सचिव सिंचाई एवं मुख्य अभियन्ता पैक्ट समेत वरिष्ठ अभियन्ता उपस्थित थे।
श्री प्रवीर कुमार ने मुख्य अभियन्ता पैक्ट को निर्देश दिए हैं कि हैदरगढ़ परियोजना को निर्माण की गति बढ़ाकर जून तक पूरा कर किसानों को समर्पित किया जाए ताकि किसान इसी खरीब सीजन से बढ़े हुए 800 क्यूसेक पानी की सहायता से अच्छी फसल लेकर उत्पादकता बढ़ा सकें। उन्होंने बेतवा परियोजना की खराब प्रगति पर कड़ी नाराजगी जाहिर की और मुख्य अभियन्ता को निर्देश दिया कि इस परियोजना की गति बढ़ाने के लिए वे यूपीडा द्वारा बनाई जा रही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की भांति गति को तेज करें और समय से परियोजना को पूरी करें।