जनता से भयभीत सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं: हरिष्चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि यदि सरकार इतनी अलोकप्रिय है कि सरकार के मुखिया को जनता से भय लगता है उसे तत्काल त्यागपत्र देकर सत्ता से हट जाना चाहिए। प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सरकार के मुखिया को अपनी सरकार के कृतित्व से भय सताने लगा है इसीलिए उन्हें बगैर सुरक्षा ‘‘जनता मार न डाले’’ के भय से गस्त है।
प्रदेश प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री द्वारा सदन में दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जनता से भयभीत किसी भी सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का बयान चैंकाने वाला है। उन्होंने कहा सरकार प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थित पर नियंत्रण न कर पाने व धरातल पर विकास की सच्चाई, व भ्रष्टाचार के कारण निरंतर घटती लोकप्रियता से भयभीत है और उसे यह डर सताने लगा है कि बिना सुरक्षा जनता की बीच जाना सुरक्षित नहीं है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भीड़ के हमले का डर दंगे को छोड़कर अत्यन्त अलोकप्रिय सरकार को ही हो सकता है। ‘‘उन्होंने कहा चाणक्य ने कहा है कि राजा/सरकार को जनता से भय लगने लगे तो उसे अपनी नीतियों और उसके क्रियान्वयन पर पुर्नविचार करने की आवश्कता है।’’ उन्होंने कहा कि जनता से भयभीत सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार नही है। उन्होंने कहा कि सरकार को त्याग पत्र दे देना चाहिए।