पर्रिकर के गढ़ में भाजपा पराजित
पणजी नगर निगम चुनाव में असंबद्ध विधायक के पैनल ने मारी बाज़ी
पणजी। पणजी नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी समर्थित उम्मीदवारों की करारी हार हुई है। यहां से रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। कांग्रेस समर्थित पैनल का तो यहां खाता भी नहीं खुला। पर्रिकर के धुआंधार प्रचार और पार्टी की ओर से पूरी ताकत झोंकने के बावजूद निगम चुनाव में भाजपा समर्थित सिर्फ 13 उम्मीदवार ही जीत सके। एक असंबद्ध विधायक अतानेसियो मोनसेर्रेट के पैनल से 17 उम्मीदवार जीतने में सफल रहे। इस चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका।
राज्य के इकलौते 30 सदस्यीय निगम चुनाव में अपने पैनल की जीत की घोषणा के बाद संवाददाता सम्मेलन में अतानेसियो ने कहा कि नए महापौर के नाम की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस चुनाव में हम लोगों को हराने के लिए भाजपा की ‘बी’ टीम की भूमिका निभाई।
उधर, पार्टी की हार को नजरअंदाज करते हुए पणजी से भाजपा विधायक सिद्धार्थ कुंकोलिएंकर ने कहा कि हालांकि उनकी पार्टी हार गई है, लेकिन पिछले निगम चुनाव की तुलना में इस बार एक सीट अधिक मिली है।
छह मार्च को निगम चुनाव में अपना मत डालने के बाद पर्रिकर ने कहा था कि देश के रक्षा मंत्री होने के बावजूद उन्होंने पार्टी समर्थित उम्मीदवारों के लिए निगम चुनाव में भी प्रचार किया।
उन्होंने कहा था कि चुनाव प्रचार सिर्फ शारीरिक रूप से उपस्थित होकर ही नहीं होता है। मैंने अपना प्रचार अपने समर्थकों, स्थानीय विधायक और फोन के जरिए किया है। 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में पणजी नगर निगम चुनाव अंतिम बड़ा चुनाव था।