राज्यपाल ने दिव्यांग प्रतिभाओं का सम्मान किया
लखनऊः बिम्ब कला केन्द्र द्वारा पूर्व विधान परिषद सदस्य स्व0 सीमा रिज़वी को समर्पित ‘बिम्ब महोत्सव‘ का आयोजन आज हिन्दी संस्थान में किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने श्री राजेश अरोरा ‘शलभ‘ के गीतों एवं गज़लों की आडियो सी0डी0 ‘ख़्वाहिश‘, नाट्य पुस्तक ‘इस वतन में‘ तथा पद्म श्री आसिफा ज़मानी की ग़जलों की आडियों सी0डी0 ‘हौसला‘ का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने महोत्सव में पर्वतारोही सुश्री अरूणिमा सिन्हा, चित्रकार श्रीमती शीला सिन्हा तथा लाॅस एंजिलिस में क्रीड़ा के क्षेत्र में आयोजित प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्तकर्ता श्री पल्लव मेहरोत्रा जैसी दिव्यांग प्रतिभाओं को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवं शाल देकर सम्मानित भी किया। सुश्री अरूणिमा सिन्हा किन्ही कारणों से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो पायी थी, इसलिए उनका सम्मान कार्यक्रम में उपस्थित उनके परिजन ने प्राप्त किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार श्री उदय प्रताप सिंह, श्री गोपाल चतुर्वेदी सहित अन्य विशेष अतिथि भी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज का कर्तव्य है कि दिव्यांग जनों को उनकी कमी का अहसास न होने देते हुए उनकी मदद करें। विज्ञान की प्रगति के साथ उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए सरकार के साथ-साथ स्वयं सेवी संस्थाएं भी आगे आए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं की जानकारी समाज तक पहुँचाने के लिए स्वयं सेवी संस्थाएं सेतु की तरह कार्य करें।
श्री नाईक ने कहा कि दिव्यांगों में प्रतिभा एवं ताकत दोनों है। उनका सही मार्ग दर्शन होना चाहिए। दूसरों के लिए कुछ करने से मन को संतुष्टि मिलती है। उन्होंने संस्था की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम के माध्यम से दिव्यांगों की मदद के साथ-साथ उन्हें उचित शिक्षा देने का भी प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज में उपेक्षित लोगों के लिए कुछ करने वाली ऐसी संस्थाएं अभिनंदनीय एवं अनुकरणीय हैं।
कार्यक्रम में श्री गोपाल चतुर्वेदी एवं श्री उदय प्रताप सिंह ने भी अपने विचार रखें। इस अवसर पर श्री उदय प्रताप सिंह एवं डाॅ0 शेरजंग गर्ग ने अपनी रचनाएं भी प्रस्तुत की।