हुसैनाबाद ट्रस्ट की सुरक्षा के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध नहीं : क्लबे जवाद
लखनऊ : हुसैनाबाद ट्रस्ट की संपत्ति पर जारी अवैध निर्माण और प्रशासन के निराशाजनक रवैये पर सख्त नाराजगी का इजहार करते हुए मजलिसे ओलमाये हिन्द के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने अपने बयान में कहा कि अवैध निर्माण के संबंध में हमने डी0 एम0 को पत्र लिखा था और उनसे बात भी की, वक्फ बोर्ड और प्रषासन कभी कभी ऐसे ही किसी को नोटिस जारी करके अखबार मै दिखाने के लिये दे देते हैं मगर कार्रवाई नहीं होती। डी0एम0 ने कहा कि हमने ए0डी0एम को इस संबंध में कार्रवाई के लिए कह दिया है , ऐ0 डी0एम0 से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि वहांॅकी फोटोग्राफी कराकर हमें भेज दीजिए हम वहाॅ नही जा सकते। तस्वीरें भेजी गयी तो कहा कि वक्फ बोर्ड ने हमें उसके कागज नहीं भेजे हैं कि क्या वे संपत्ति वकफ की है या नही । इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन हुसैनाबाद ट्रस्ट को बर्बाद कर देना चाहता है। क्या डी0एम0 और प्रशासन को नहीं पता है कि गोल दरवाजे के ऊपर कोई होटल है जिसकी तीसरी मंजिल तैयार हो रही है जिसकी वजह से पीछे की बुरजियाँ छिप चुकी हैं। आखिर किसकी अनुमति से यह तीन मंजिला होटल बन रहा है ,गोल दरवजा तो अब खत्म होने वाला है। क्या लखनऊ के मौलवी हजरात हुसैनाबाद में अवैध निर्माण और गोल दरवाजे पर बन रही तीन मंजिला इमारत से वाकिफ नहीं हैं। आखिर क्यों उनके खिलाफ आवाज नहीं उठाई जा रही है।
मौलाना ने कहा कि बडे बड़े शोरूम और दुकानें वक्फ की जमीन पर बनवाई गई हैं जिससे वक्फ को एक रुपये का फायदा नहीं है, अधिकारी उसके बदले में मोटे पेसे प्राप्त करते हैं तो यह कब्जे जारी रहें गे जब तक कौम जागरूक ना होगी। मौलाना ने कहा कि अब चुप रहना उचित नहीं है अगर लखनऊ के ओलमा कछ नहीं करेंगे तो हम जल्द ही बाहर के ओलमा और धर्मगुरूओं को लखनऊ आमंत्रित करेंगे ताकि सरकार और प्रशासन के भ्रष्टाचार के विरुद्ध उचित स्पष्ट कदम उठाए जाएं।
मौलाना ने कहा कि ये अत्याचार और नाानसाफयाँ केवल शियों के साथ होती हैं ,सरकार और प्रशासन की हिम्मत नहीं है कि वह हिंदू या किसी सुन्नी ट्रस्ट की एक इंच जमीन भी ले सके। हमारी कौम पर यह अत्याचार इसलिए होती हैं कि मौलवी चुप हैं और राजनीतिक नेता अपनी लालच के लिए चुप हैं। यह कल भी गुलाम थे आज भी गुलाम हैं। कल अंग्रेजों के गुलाम थे आज अपनी लालच और हवस के गुलाम हैं।