पूर्वाचल की दबंग राजनीति व नौकरशाहों की वजह से नही हो पा रहा विकास
सिद्धार्थनगर: पिछड़ा समाज महासभा की एक बैठक नौगढ़ सिद्धार्थनगर महेश कुमार पासवान की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुये महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक ने कहा कि पूर्वाचल की दबंग भ्रष्ट राजनीति व नौकरशाहों के गठजोड़ के कारण पूरे पूर्वाचल का विकास नही हो पा रहा है और बिना इस नापाक गठजोड़ को समाप्त किये बगैर न तो विकास होगा और न ही पिछड़ो, दलितों, मुस्लिमों, ईसाईयों, आदिवासियों को किसी भी योजना का लाभ भी नही मिल पायेगा, क्योंकि यही गठजोड के इशारे पर ही कार्य कराये जाते हैे और उन्ही ग्रामों का काम होता है जो इस गठजोड़ की दलाली करता है। इन दोनों गठजोड़ों के कारण पूर्वाचल की गरीब जनता की कोई सुनवाई नही होती एक-एक काम के लिये दर्जनों बार चक्कर लगाना पड़ता हैै। पूर्वाचल की गरीब जनता इस गठजोड़ की चक्की में पिस रहा है वो अपने को लाचार व बेबस होकर कशमाकश की जिन्दगी जी रहा है। बैठक को सम्बोधित करते हुये महासभा के राष्ट्रीय महासचिव शिवनारायण कुशवाहा ने कहा कि पिछड़ो, दलितों, इसाईयों, आदिवासियों को उनकी आबादी के अनुपात में (जातिवार) देश की कुल राष्ट्रीय सम्पत्ति व सत्ता में हर हाल मे हिस्सेदारी दिलाने के लिये द्रण संकल्प है, इसके लिये बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिये तैयार है। यदि केन्द्र व राज्य सरकारें हिस्सेदारी नही देती तो अंजाम भुगतने के लिये भी तैयार रहें। बैठक को सम्बोधित करते हुये सचिव राजबली ने कहा कि पिछड़ो और दलितों को प्रोन्नत में आरक्षण तत्काल केन्द्र व राज्य सरकार लागू करें वरना जिस दिन ये पिछड़ा व दलित एक साथ मिलकर आर-पार लड़ाई लड़ने के लिये तैयार हो जायेगा और निकट भविष्य में पूरे देश में यह आन्दोलन यदि होगा तो सरकारों की मुशीबते बढ़ जायेगी। बैठक को सम्बोधित करते हुये महेश कुमार पासवान ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि प्रदेश सरकार ने दलितों को प्रोन्नति में कोटा समाप्त करके इस समाज के लोगों के साथ भेदभाव बढाया है जिसका खामियाजा आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा। बैठक को सम्बोधित करते हुये मनोज कुमार सम्पादक ’’अपराध का अन्त’’ ने कहा कि आज पूर्वाचल की जनता विकास व उन्नति की राह देख रही है लेकिन उसके जीवन में आज तक एक भी विकास व उन्नति की किरण नही जागी है और भविष्य में विकास तो सम्भव नही है उसका दमन अन्याय, नाइन्साफी जारी है। बैठक को सम्बोधित करते हुये रामशंकर मौर्या ने कहा कि मनुवादी व्यवस्था बनाये रखने में पिछड़े समाज के लोग ही जिम्मेदार है जिस दिन यह मनु व्यवस्था को त्याग देगें उसी दिन इनका जीवन खुशहाल होगा। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूर्वाचल के चैमुखी विकास के लिये एकजुट होकर संघर्ष करना पड़ेगा और इसी के तहत बहुत जल्द ही सिद्धार्थनगर में विशाल सम्मेलन किया जायेगा जिसमें संघर्ष की रूप रेखा तय की जायेंगी। बैठक को सम्बोधित करने वालों में रामकुमार, अर्जुन कुमार, शौकत अली, राजेन्द्र कुमार, राम किशोर, सुदामा प्रसाद, अर्जुन सिंह लोधी, जलालुद्दीन आदि थे।