लखनऊ : लखनऊ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष सिद्धार्थ कलहंस ने आज जारी एक नोटिस में कहा है कि के. विक्रमराव को लगातार उनकी संस्था विरोधी गतिविधियों  के लिए लिखित और मौखिक रूप से चेतावनियाँ दी जाती रही है मगर उन्होंने अपनी हरकते बंद नहीं की और इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट  (IFWJ) के ई मेल अकाउंट और फेसबुक पेज के जरिये लखनऊ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों के लिए अपमानजनक कार्य करते रहे. 28 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आयोजित इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट  (IFWJ) की 127वीं वर्किंग कमेटी की बैठक में श्री के विक्रम राव को वित्तीय अनियमितता सहित कई गंभीर आरोपों का दोषी पाते हुए यह निर्णय लिया गया कि इन्हें प्राथमिक सदस्यता से निष्काषित किया जाय. वर्किंग कमेटी ने दो माह पूर्व श्री के विक्रम राव पर लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण माँगा था लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला. फेडरेशन की वर्किंग कमेटी की संस्तुति के उपरान्त लखनऊ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन की ओर से श्री के विक्रम राव को निष्काषित करने की कार्यवाही की गयी है.

 

निष्कासन नोटिस में यह भी कहा गया है कि लखनऊ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन मूल ट्रेड यूनियन इकाई है जिसके सदस्य के रूप में ही कोई भी इसकी सम्बंधित संस्था उत्तर प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन (UPWJ) और फिर आगे जा कर इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन (IFWJ) का सदस्य बनता है इसलिए अब के.विक्रमराव इन सम्बंधित संगठनो के भी सदस्य नहीं रहे. उल्लेखनीय है कि श्री के विक्रम राव पिछले 32 वर्षों से इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट  (IFWJ) के अध्यक्ष पद पर काबिज थे और अभी दो माह पूर्व ही वर्किंग कमेटी ने गंभीर आरोपों के चलते उन्हें इस पद से हटा कर सर्वसम्मति के आधार पर उपाध्यक्ष श्री बी वी मल्लिकार्जुनैया को नया अध्यक्ष बनाया है.