एशिया कप: मीरपुर में महामुकाबला आज
फतुल्लाह: विश्व क्रिकेट की सबसे रोमांचक मुकाबला एक बार फिर देखने को मिलेगा, जब भारत और पाकिस्तान एशिया कप टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के राउंड रोबिन लीग मुकाबले में आमने सामने होंगे। इसमें सभी की नजरें दागी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर पर भी टिकी होंगी। इस मैच में दोनों टीमों के बीच आईसीसी विश्व टी20 चैम्पियनशिप के पहले दौर में अगले महीने वाले मैच के रोमांच की झलक भी दिखेगी। भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मुकाबलों से विरासत जुड़ी है, जबकि इन मुकाबलों पर दोनों पड़ोसी देशों की बीच की राजनीति का भी असर पड़ता है।
आज (शनिवार) के मैच का सबसे रोमांचक पहलू यह देखना होगा कि दागी आमिर को अंतिम एकादश में जगह मिलती है या नहीं। स्पाट फिक्सिंग के कारण पांच साल का प्रतिबंध झेलने के बाद वापसी करने वाले आमिर ने न्यूजीलैंड दौरे के साथ राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलना शुरू किया और यह तेज गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को बेताब होगा।
विराट कोहली पहले ही आमिर की वापसी का स्वागत कर चुके हैं, लेकिन अभी यह नहीं पता कि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सहित अन्य भारतीय खिलाड़ी स्पाट फिक्सिंग के दोषी इस खिलाड़ी के बारे में क्या सोचते हैं। भारत में बीसीसीआई ने शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई है और एस श्रीसंत, अंकित चव्हाण, अजित चंदीला जैसे खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबंध लगाया है, जिनके प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की कोई उम्मीद नहीं है।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और तेज गेंदबाज आशीष नेहरा शनिवार को होने वाले मैच से पूर्व अभ्यास सत्र के लिए नहीं आए, क्योंकि उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप टी-20 मैच से पहले विश्राम की सलाह दी गई थी। धोनी जहां पीठ दर्द से परेशान हैं, वहीं नेहरा के अभयास का अपना कार्यक्रम है, जो टीम रूटीन से हटकर है। धोनी दर्द के बावजूद बांग्लादेश के खिलाफ मैच में खेले थे और उन्हें फिट होने के लिए पर्याप्त समय की जरूरत थी और इसलिए उन्होंने पाकिस्तान मैच से पहले 48 घंटे का विश्राम लिया। उनके कवर के रूप में आए पार्थिव पटेल ने अपने पहले अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया, लेकिन उन्हें मुख्य नेट्स पर बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।
धोनी के फिट नहीं होने की दशा में ही पार्थिव को खेलने का मौका मिल पाएगा। अभ्यास सत्र के दौरान एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की टीमें मुख्य स्टेडियम के अंदर स्थानीय समयानुसार चार से साढ़े छह बजे तक अभ्यास कर रही थी, लेकिन इस पूरे समय के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने आपस में बात नहीं की। इसे अजीब भी कह सकते हो क्योंकि मुख्य स्टेडियम में नेट्स पर चार विकेट थे। इनमें पहली दो नेट्स पर भारतीय बल्लेबाज, तो अन्य दो पर पाकिस्तानी बल्लेबाज अभ्यास कर रहे थे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अभ्यास सत्र काफी कड़ा होता है और ऐसे में खिलाड़ियों का आपस में घुलना मिलना नहीं होता है।