उपेक्षित बीमारियों के लिए औषधि अनुसन्धान पर ध्यान केंद्रित करना होगा: प्रो0 गिल्बर्ट
लखनऊ: सीडीआरआई में करेंट ट्रेंड्स इन ड्रग डिस्कवरी एंड रिसर्च पर चार दिवसीय छठवीं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आज प्रोफ़ेसर इयान गिल्बर्ट ने कहा कि जिस तरह से ट्रॉपिकल कंट्रीज में डिजीज बर्डन एवं उसकी वजह से जो मृत्यु दर बढ ़रही है उसके मद्देनजर हमें अब उपेक्षित बीमारियों जैसे मलेरिया व ट्यूबरकुलोसिस के लिए ड्रग डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान देना होगा इसके लिए हमें फिनोटाइप बेस्ड एवं टारगेट बेस्ड दोनों ही एप्रोचेस को इस्तेमाल करना होगा उन्होंने आगे बताया की उनकी रिसर्च टीम ने एक एंटी मलेरियल कम्पाउंड डीडीडी107498 तैयार किया है यदि यह कम्पाउंड दवा के रूप में विकसित हव तत्रजाता है तो यह एक ही खुराक द्वारा मलेरिया ठीक करनी की क्षमता रखता है यह प्रोटीन सिंथसिस में इंटर्फियर करके मलेरिया को तीनो ही स्टेज पर प्रभावित करता है। हम इसे दवा के रूप में विकसित करने की भरसक कोषिष कर रहे हैं।
सीएसआईआर-सीडीआरआई में 25-28 फरवरी तक करेंट ट्रेंड्स इन ड्रग डिस्कवरी एंड रिसर्च पर छठवीं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में अनेक महत्वपूर्ण व्यख्यान तथा रिसर्च पेपर प्रेजेंट किये जायेंगे। देश विदेश से लगभग 800 वैज्ञानिक, शिक्षाविद एवं शोध छात्र इस संगोष्ठी में भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम के उद्घाटन पर संस्थान की निदेशक, डॉ मधु दीक्षित ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा सीटीडीडीआर-2016, इंफेक्शियश डिजीजेज (मलेरिया, फाइलेरिया, लिश्मानिया, एचआइवी एवं ट्यूबरकुलोसिस), जीवन शैली सम्बन्धी बीमारियां( डायबिटीज, मोटापा, न्यूरोडीजेनरेटिव, सीएनएस एंड सीवीएस रिलेटेड डिजीजेज) कैंसर प्रजनन एवं अस्थि सम्बन्धी रोगों पर अत्याधुनिक अनुसंधानों को साझा करने एवं उन पर चर्चा करने हेतु एक मंच उपलब्ध करायेगा जहाँ पर वैज्ञानिक एवं अनुसंधानकर्ता इन क्षेत्रों में ड्रग डिजाइन एंड डेवलपमेंट में आने वाली चुनौतियों का गहराई से अध्ययन एवं विश्लेषण करेंगे।
इसके पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंसेज बेंगलुरु के प्रोफेसर एवं सीएसआईआर-सीडीआरआई के पूर्व निदेशक डॉ तुषारकांति चक्रवर्ती ने इस संगोष्ठी के सफल आयोजन के लिए शुभकामना दी एवं कहा ट्रॉपिकल कंट्रीज विशेषकर विकासशील देशों के विकास के लिए उपेक्षित बीमारियों के लिए ड्रग डेवलपमेंट की बहुत आवश्यकता है। प्रोफेसर चक्रवर्ती के शुगर एमिनो एसिड आधारित कंपाउंड्स ने नई मॉलिक्यूलर एन्टिटीज की डिजाइनिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है एवं अनुसन्धान का एक नया रोमांचक क्षेत्र स्थापित किया है।