लखनऊ। पैदल मार्च के दौरान लखनऊ रेंज के डीआइजी डीके चौधरी द्वारा बुजुर्ग ठेला वाले को थप्पड़ मारना महंगा पड़ा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश के बाद शासन ने बुधवार शाम डीआइजी को निलंबित कर दिया। प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पंडा ने डीआइजी रेंज के निलंबन की पुष्टि की है। पंडा ने कहा है कि पुलिस के व्यवहार को मानवीय बनाने की निरंतर पहल की जा रही है ऐसे में डीआइजी स्तर के अधिकारी द्वारा इस तरह की हरकत से गलत संदेश गया है। लिहाजा उनको निलंबित कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि डीजीपी एस. जावीद अहमद ने पुलिसकर्मियों को पैदल मार्च कर जनता के बीच बेहतर व्यवहार की हिदायत दी थी। पखवारे भर चलाये जाने वाले इस अभियान में डीआइजी भी शामिल थे। राजधानी के भूतनाथ इलाके के पास एक ठेले वाले को उन्होंने थप्पड़ जड़ दिया। इस वारदात की सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हलचल मच गयी। डीजीपी एस. जावीद अहमद ने बुधवार की सुबह ही एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी को मामले की जांच का निर्देश दिया। एडीजी ने डीआइजी से स्पष्टीकरण मांगा था। इस बीच मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंची। शिकायत का संज्ञान लेते ही मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर आवश्यक कार्रवाई की हिदायत दी। मुख्यमंत्री के निर्देश जारी होते ही तत्काल प्रभाव से डीआइजी रेंज को निलंबित कर दिया गया। प्रांतीय पुलिस सेवा से आये 2000 बैच के आइपीएस अधिकारी डीके चौधरी को 28 अगस्त 2015 को लखनऊ रेंज का डीआइजी बनाया गया था। वह इसी वर्ष 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।