उमर खालिद साथियों के साथ JNU कैम्पस पहुंचा
नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में देशविरोधी नारे लगाने का मुख्य आरोपी उमर खालिद अपने बाकी चार साथियों के साथ देर रात कैंपस पहुंच गया। खालिद के साथ विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने सभा की। खबर मिलने पर पुलिस भी जेएनयू पहुंच गई लेकिन उसे अंदर नहीं जाने दिया गया। खालिद के साथ आरोपी छात्र अनिर्बान, अाशुतोष, रामा नागा और अनंत भी मौजूद हैं।
उमर खालिद ने छात्रों की मौजूदगी में भाषण भी दिया। यहां खालिद ने 15 मिनट लंबा भाषण दिया। उमर खालिद ने कहा कि अगर मैंने कुछ गलत किया है तो पुलिस आए और मुझे ले जाए। उसने कहा कि मैेंने भारत विरोधी और पाक समर्थक नारे नहीं लगाए। मेरा मीडिया ट्रायल हो रहा है।
सरेंडर और गिरफ्तारी के बीच उमर खालिद और उसके साथी कुछ देर में जेएनयू के वीसी से मुलाकात करेंगे। उधर, पुलिस अब तक इनके बाहर आकर सरेंडर करने का इंतजार कर रही है। लेकिन आरोपी छात्रों ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि उन्हें अंदर आकर पुलिस गिरफ्तार करे।
उधर, पहले आत्मसमर्पण से इनकार करने के बाद अब खबर यह है कि ये छात्र आत्मसमर्पण के लिए तैयार हैं। इन सभी आरोपी छात्रों को प्रशासनिक भवन के पास देखा गया है। उधर, पुलिस को कैंपस में प्रवेश की अनुमति का इंतजार है। बताया जा रहा है कि 8 बजे कुलपति पुलिस को इस संबंध में अनुमति देंगे।
ये आरोपी पांच छात्र हैं उमर खालिद, अनिर्बन भट्टाचार्य, रामा नागा, आशुतोष कुमार और अनंत प्रकाश, जो राजद्रोह के मामले में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की 12 फरवरी को गिरफ्तारी के बाद से लापता हो गए थे।
आशुतोष के अनुसार, ‘वे जांच में मदद के मद्देनजर वापस आए हैं। छात्रों और दुनियाभर से हमें जो अपार समर्थन मिला है उसने हमें ताकत दी है। मैं, रामा, अनिर्बन और अनंत आस-पास ही थे लेकिन भीड़ के पीट-पीटकर मारने पर उतारू होने के माहौल की वजह से हम सामने नहीं आए।’ हालांकि, उन्होंने कहा कि वे चारों उमर खालिद के संपर्क में नहीं थे और उससे उनकी कार्यक्रम के दिन 9 फरवरी को बातचीत हुई थी।
आशुतोष ने कहा कि छात्र दिल्ली में ही थे और रविवार की शाम को लौटने का फैसला व्यक्तिगत तौर पर किया गया, न कि सामूहिक तौर पर। उन्होंने कहा, ‘हमने कुछ भी गलत नहीं किया, बल्कि डॉक्टर्ड वीडियो का इस्तेमाल करके हमें फंसाया गया। हम अब कहीं नहीं जाएंगे और विश्वविद्यालय को राष्ट्रविरोधी के तौर पर पेश किए जाने के खिलाफ आंदोलन का हिस्सा बनेंगे।’